शिवपुरी में चले लठ्ठ, फायरिंग में एक की मौत, VIDEO: वन विभाग की जमीन पर कब्जे के लिए दो पक्ष भिड़े; गांव में पुलिस तैनात

[ad_1]

शिवपुरी41 मिनट पहले

शिवपुरी जिले के नरवर थाना क्षेत्र में जमीन के विवाद में दो पक्षों में मारपीट हो गई। बुधवार को हुए इस विवाद में जमकर लठ्‌ठ चले। विवाद के दौरान फायरिंग भी हुई, इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। दोनों पक्षों के 12 लोग घायल हुए हैं। मारपीट का वीडियो भी सामने आया है। इसमें महिलाएं-पुरुष और बुजुर्ग लठ्ठ चलाते नजर आ रहे हैं। पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गांव में पुलिस तैनात हैं।

नरवर की ग्राम पंचायत चकरामपुर के शेरगढ़ गांव में वन विभाग की करीब 150 बीघा जमीन है। इस पर कब्जा करने को लेकर गुर्जर और बघेल के समाज के लोगों में विवाद चला आ रहा है। इस जमीन पर कुछ लोग खेती भी कर रहे हैं। लालसिंह बघेल और पंजाब सिंह गुर्जर के परिवार के लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। गुर्जर समाज का आरोप है कि बघेल समाज के लोगों ने पहले से ही जमीन पर कब्जा कर रखा था। अब यह जमीन पर कब्जा करने के लिए बाहर से अपने रिश्तेदारों को बुला रहे हैं। उन्होंने लालसिंह बघेल के परिवार को ऐसा करने से मना किया। इस बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई।

वन अमले ने ट्रैक्टर जब्त किया तो बढ़ गया विवाद
करीब आठ दिन पहले जब बघेल समुदाय के लाेग सरकारी जमीन को ट्रैक्टर से जोत रहे थे, तभी वहां फारेस्ट के कर्मचारी आ गए और ट्रैक्टर को जब्त करके ले गए। अहरबान गुर्जर का कहना है कि इस पर उन लोगों को संदेह हुआ कि हमने उनका ट्रैक्टर पकड़वा दिया है। दोनों पक्षों में इसी संदेह के चलते सप्ताह भर से तनातनी चली आ रही थी। बुधवार को यह विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया।

जमीन विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर लठ्‌ठ चले।

जमीन विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर लठ्‌ठ चले।

एक पक्ष का दावा- बुजुर्ग पर कचरा फेंकने से भड़का विवाद
पंजाब सिंह गुर्जर (70) ने बताया कि बुधवार को लालसिंह पाल के भतीजे की बहू उस पर कचरा फेंक कर चली गई। पंजाब सिंह के अनुसार वह अपनी दुकान के बाहर झाड़ू लगा रहा था। जब उससे इसका विरोध किया तो बघेल समाज के लोग लाठियां लेकर आ गए। जवाब में पंजाब सिंह के परिजन भी लाठियां लेकर वहां पहुंच गए। दोनों पक्षों में लाठियां चलने लगी। बुजुर्ग, महिलाएं भी इस विवाद में कूद पड़े।

दूसरा पक्ष बोला- रास्ता बंद करके बढ़ाया विवाद
इस मामले में दूसरे पक्ष के साहब सिंह बघेल का कहना है कि पूरा विवाद मवेशियों के चरने जाने के रास्ते को रोकने को लेकर हुआ था। दूसरे पक्ष के लोगों ने उनका रास्ता बंद कर दिया। जब उसने जीतू गुर्जर से रास्ता छोड़ने के लिए कहा तो विवाद हो गया। इसी के चलते सभी लोगों ने उन पर हमला कर दिया। जीतू ने उसके ताऊ लालसिंह बघेल को गाेली मार दी। इलाज के लिए ग्वालियर ले जाते समय रास्ते में ताऊ की मौत हो गई। पुलिस ने फिलहाल दर्जन भर लोगों पर हत्या के प्रयास, मारपीट सहित बलवा की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है।

FIR में एक का नाम छोड़ने पर लगाया जाम
लालसिंह ने मृत्यु पूर्व दिए बयानों में जंडेल सिंह गुर्जर, अहरबान गुर्जर, सुरेंद्र गुर्जर, रामनाथ गुर्जर, पर्वत सिंह गुर्जर, हरभजन गुर्जर, नंदू गुर्जर, दीवानसिंह गुर्जर, रामलखन गुर्जर, शिवचरण गुर्जर सहित 13 लोगों के नाम बताए थे। बघेल समाज के लोगों का कहना था कि पुलिस ने 12 लोगों के नाम तो एफआईआर में लिख लिए हैं, लेकिन नत्थू गुर्जर का नाम नहीं लिखा है। इसी के चलते पहले तो उन्होंने नरवर तहसील पर चक्काजाम किया। इसके बाद उन्होंने फारेस्ट चौकी पर चक्काजाम कर दिया। यह चक्काजाम देर रात तक जारी रहा।

मौके पर पुलिस तैनात

शिवपुरी एसपी राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि विवाद सामने आने पर गांव में पुलिस बल तैनात किया है। पीड़ित पक्ष के बयान के आधार पर FIR की है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी। मामले की जांच के बाद जैसे तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button