MP में PFI के नेताओं को एनकाउंटर का डर: वकील ने कोर्ट में कहा- देश में गाड़ी पलट जाती है; जज बोले- इस राज्य में ऐसा नहीं होता

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भोपाल5 घंटे पहले

मध्यप्रदेश एटीएस ने शुक्रवार को इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार किए गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 4 नेताओं को NIA कोर्ट भोपाल में पेश किया। चारों आरोपियों को कोर्ट ने 30 सितंबर तक ATS को रिमांड पर सौंप दिया। ATS ने रिमांड के लिए दलील दी कि आरोपियों से पूछताछ करनी है, सबूत जुटाने हैं। इनके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, देश विरोधी दस्तावेज बरामद हुए हैं।

ATS के वकील ने कहा- आरोपियों का मकसद समुदाय विशेष के युवाओं को भड़का कर देश में कट्‌टरता पैदा करना था। भारत में इस्लामिक शरिया कानून कायम करने के एजेंडे के तहत यह अभियान में जुटे थे। आरोपियों की तरफ से वरिष्ठ वकील अतहर अली ने पक्ष रखा।

कोर्ट में आरोपियों की रिमांड को लेकर हुई सुनवाई इस तरह चली…

अली ने कोर्ट से पूछा- हमारे मुवक्किल को किस आरोप में गिरफ्तार किया गया है?
ATS के वकील- देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के सबूत मिले हैं।
अली- इन्हें कहां रखा जाएगा।
कोर्ट- अभी भोपाल में, पूछताछ के लिए जरूरत पड़ी तो बाहर भी ले जा सकते हैं।
अली- इनकी सुरक्षा का हवाला देते हुए, देश में लारी (गाड़ी) पलट जाती हैं। इनके सुरक्षा के क्या इंतजाम रहेंगे।
जज- अपने प्रदेश में ऐसा नहीं होता, आप बेफिक्र रहिए।

आरोपियों को सीक्रेट जगह पर रखेगी एटीएस

इसके बाद विशेष न्यायाधीश रघुवीर प्रसाद पटेल ने चारों आरोपियों को 30 सितंबर तक ATS को रिमांड पर सौंपने का आदेश दिया। सूत्रों की मानें तो ATS उन्हें सीक्रेट जगह पर रख सकती है। जरूरत पड़ने पर एनआईए इन्हें ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली भी ले जा सकती है।

एटीएस ने शुक्रवार दोपहर पीएफआई के नेताओं को कोर्ट में पेश किया।

एटीएस ने शुक्रवार दोपहर पीएफआई के नेताओं को कोर्ट में पेश किया।

इन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया
1.
अब्दुल करीम बेकरीवाला पिता अब्दुल रहीम अब्बासी, प्रदेश अध्यक्ष, इंदौर।
2. अब्दुल खालिद पिता अब्दुल कयूम, जनरल सेक्रेटरी, इंदौर।
3. मोहम्मद जावेद पिता मोहम्मद साबिर, प्रदेश कोषाध्यक्ष, इंदौर।
4. जमील शेख पिता अब्दुल अजीज, प्रदेश सचिव उज्जैन।

बिजली गुल होने से आधे घंटे तक सुनवाई प्रभावित
आरोपियों को कोर्ट में भारी सुरक्षा के बीच लाया गया। शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे ATS आरोपियों को ट्रेवलर में लेकर कोर्ट पहुंची। उन्हें सीधे NIA कोर्ट ले जाया गया। कागजी कार्रवाई चल ही रही थी कि अचानक कोर्ट रूम की बिजली चली गई। इससे करीब आधे घंटे तक सुनवाई प्रभावित रही। बिजली आने के बाद सुनवाई फिर से शुरू हो सकी।

इस दौरान आरोपियों के चेहरे पर नकाब डालकर ATS की टीम उन्हें बिठाए रखी। उनके आसपास भी किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं थी। उनका पक्ष रखने कई वकील पहुंचे, लेकिन आरोपी सबको मना करते रहे। वह कहते रहे कि हमने वकील कर लिया है। आपकी जरूरत नहीं है।

ATS चारों आरोपियों का चेहरा ढंक कर कोर्ट लेकर पहुंची। यहां से उन्हें 7 दिन की रिमांड पर एटीएस को सौंप दिया गया।

ATS चारों आरोपियों का चेहरा ढंक कर कोर्ट लेकर पहुंची। यहां से उन्हें 7 दिन की रिमांड पर एटीएस को सौंप दिया गया।

NIA के इनपुट पर देशभर में एक साथ हुई कार्रवाई
PFI के कई ठिकानों पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और ईडी (ED) ने छापेमारी की थी। 15 राज्यों से PFI से जुड़े कुल 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें संगठन प्रमुख ओमा सालम भी शामिल है। जांच एजेंसियों ने यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र, बिहार, मध्यप्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान में की।

आरोपियों के परिवार की महिलाओं ने उनके बचाव में राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।

आरोपियों के परिवार की महिलाओं ने उनके बचाव में राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।

देश के 23 राज्यों में सक्रिय है संगठन
पीएफआई का गठन 17 फरवरी 2007 को हुआ था। ये संगठन दक्षिण भारत में तीन मुस्लिम संगठनों का विलय करके बना था। इनमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिथा नीति पसराई शामिल थे। पीएफआई का दावा है कि इस वक्त देश के 23 राज्यों में यह संगठन सक्रिय है।

15 राज्यों से PFI से जुड़े कुल 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।

15 राज्यों से PFI से जुड़े कुल 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।

ये खबरें भी पढ़ें…

1. केरल में आज बंद: हिंसा के बाद PFI के 500 लोग अरेस्ट, कई जगह तोड़फोड़

5 राज्यों में 93 ठिकानों पर NIA की छापेमारी के बाद शुक्रवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने केरल बंद बुलाया। इस दौरान संगठन के कार्यकर्ता हिंसक हो गए। उन्होंने राजधानी तिरुवनंतपुरम और कोट्टयम में कई सरकारी बसों और गाड़ियों में तोड़फोड़ की।कन्नूर के मट्टनूर में RSS ऑफिस पर पेट्रोल बम भी फेंके गए। पुलिस ने 500 लोगों को अरेस्ट किया और 400 लोग हिरासत में लिए गए। पूरी खबर पढ़ें…

2. PFI पर NIA की छापेमारी, प्रमुख ओमा सालम समेत 106 गिरफ्तार

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गुरुवार आधी रात से 15 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 93 ठिकानों पर छापेमारी की। टेरर फंडिंग केस में हो रही इस कार्रवाई में PFI से जुड़े 106 सदस्यों को अरेस्ट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार होने वालों में संगठन प्रमुख ओमा सालम भी शामिल है। पूरी खबर पढ़ें…

3. फंडिंग के लिए इंदौर में PFI ने लगाए थे बैनर

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने इंदौर के जिन PFI के संदिग्ध पदाधिकारियों को पकड़ा है, उन पर पुलिस के खुफिया विभाग की नजर लंबे समय से थी। जेल जा चुके लोगों की हरसंभव मदद का आश्वासन ईद पर PFI ने दिया था। 3 मई को ईद के मौके पर सदर बाजार ईदगाह के बाहर PFI के सदस्यों ने फंडिंग के लिए बैनर-पोस्टर तक लगाए थे। पढ़ें पूरी खबर…

4.UP में सिमी के नक्शे कदम पर PFI

​​​​देश में नफरत की पाठशाला चलाने वाले PFI यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यूपी में सिमी के नक्शे कदम पर चल रही है। सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद उसकी बी-पार्टी के रूप में उभरा ये संगठन बहराइच से लेकर सहारनपुर तक अपनी जड़ें फैला चुका है। लखनऊ और NCR को हेडक्वार्टर के तौर पर तैयार किया है। पढ़ें पूरी खबर…

5.भास्कर ने बताया था PFI पर एक्शन का प्लान: केंद्र ने 4 अगस्त को लिया था कार्रवाई का फैसला

PFI पर एक्शन का प्लान 4 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह के बेंगलुरु दौरे के दौरान बना था। अमित शाह यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद अमित शाह, कर्नाटक के CM बसव राज बोम्मई और राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के बीच मीटिंग हुई थी। मीटिंग के बाद केंद्र सरकार PFI पर एक्शन की तैयारी कर रही है, भास्कर ने इस बारे में 9 अगस्त को ही बता दिया था। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़िए…

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