कोर्ट ने राजेंद्र सूरी के बोर्ड को बहाल किया: अध्यक्ष सुरेश तांतेड़ ने कहा- जमाकर्ताओं का पैसा लौटाने के लिए ऋणियों से करेंगे रिकव्हरी

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धार19 मिनट पहले
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जिले की सबसे अधिक सदस्य संख्या वाली सहकारी साख संस्था राजेन्द्र सूरी सहकारी संस्था का बोर्ड फिर से बहाल हो गया है। संभवत: आगामी कुछ दिनों में संस्था की व्यवस्थाएं फिर क्रियाशील हो जाएगी।
जेआर न्यायालय सहकारिता ने बोर्ड को बहाल किया है। संचालक मंडल के पास संस्था की व्यवस्था पुन: आने से जमाकर्ताओं का पैसा मिलने की उम्मीदें फिर से बंध गई है। इधर, बोर्ड बहाल होने के बाद अध्यक्ष सुरेश तांतेड़ ने कहा कि सदस्यों का एक-एक रूपया लौटाना उनकी प्राथमिकता रही है। पहली प्राथमिकता ऋण वसूली की रहेगी।
उम्मीद है कि हम करीब 6 महीने से 1 साल के भीतर जमाकर्ताओं का पैसा लौटाना शुरु कर देंगे। उन्होंने सदस्यों से भी अपील की है कि पहले भी शिकावा-शिकायतों के कारण दिक्कतें खड़ी हुई थी। सदस्य विश्वास रखें, चंद महीनों के भीतर संस्था को फिर पूरी प्रतिष्ठा के साथ खड़ा करके जमाकर्ताओं का पैसा लौटाएंगे। वहीं ऋणियों से भी कहा है कि साहूकार समझकर आपको ऋण दिया गया था। अब उसी विश्वास के साथ लौटाएं।
जिले की सबसे बड़ी संस्था
दरअसल करीब साढ़े 19 हजार सदस्य संख्या वाली राजेन्द्र सूरी सहकारी साख संस्था ने करीब 90 करोड़ से अधिक का ऋण सदस्यों को वितरित कर दिया था। इधर ऋणियों से वसूली में हो रही देरी के परिणाम स्वरूप वित्तीय संतुलन गड़बड़ा गया था। इस दौरान कुछ लोगों ने मामले को तुल दे दिया और जमाकर्ताओं में पैसा निकालने की होड़ मच गई। वित्तीय असंतुलन के कारण संस्था पर उप पंजीयक सहकारिता ने जांच कार्रवाई की। जिसमें ऋण वितरण में लापरवाही सहित अन्य कमियों की बात को लेकर बोर्ड ही भंग कर दिया गया। इधर जमाकर्ताओं में कई लोगों ने पुलिस में शिकायतें दर्ज कराई। नतीजे में प्रकरण दर्ज होने के बाद बीते 3 सालों में भी जमाकर्ताओं को पैसा नहीं मिल पाया। भंग बोर्ड अपील के बाद बहाल हो गया है। ऐसी स्थिति में पुन: बहाल हुए बोर्ड ने लोगों से संस्था को कुछ समय देने की बात कही है।
रिकव्हरी पर पहला फोकस होगा
सुरेश तांतेड़, अध्यक्ष राजेन्द्रसूरी सहकारी साख संस्था राजगढ़ ने बताया कि बोर्ड सदस्यों की पहली प्राथमिकता संस्था द्वारा दिए गए ऋण की वसूली करने का है। वसूली के साथ संस्था को सक्रिय संचालन व्यवस्था में लाया जाएगा। चंद महीनों की कवायद के बाद लोगों को धीरे-धीरे पैसा देना भी शुरु किया जाएगा। तांतेड़ ने लोगों से धैर्य और विश्वास रखने की बात कही है। 21 अक्टूबर को जेआर न्यायालय ने बोर्ड बहाल कर दिया है। संस्था के सभी सदस्यों को विश्वास दिलाते हैं कि संस्था पुन: उसी साख के साथ खड़ी होगी। जमाकर्ताओं से भी अपील की है कि किसी भी तरह की शिकवा-शिकायतों में ना पड़े। विश्वास रखे। सबकी रकम लौटाई जाएगी। कुछ महीने का समय चाहिए।
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