सड़क दुर्घटनाओं को रोकने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का कड़ाई से हो पालन – सीएम साय
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में प्रदेश के सड़क सुरक्षा परिदृश्य , सड़क दुर्घटना के नियंत्रण के उपायों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने बैठक में कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के नियंत्रण के लिये दुपहिया वाहन चालकों के लिये हेलमेट और चार पहिया वाहन चालकों के लिये सीट बेल्ट के उपयोग तथा वाहन चलाते समय सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये। इसके लिये जनजागरूकता अभियान को प्रभावी ढंग से चलाया जाये।
मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये सड़कों पर ब्लैक स्पॉट के सुधार कार्य में तेजी लाने , जिला सड़क सुरक्षा समिति की नियमित बैठकें आयोजित करने , सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों के इलाज के लिये निर्माणाधीन ट्रामा स्टेब्लाईजेशन यूनिट्स का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये। बैठक में जानकारी दी गई कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के स्कूलों में कक्षा पहली से लेकर दसवीं तक के राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद की पाठ्यपुस्तकों में सड़क यातायात नियमों से संबंधित अध्याय पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
बैठक में बताया गया कि यातायात व्यवस्था का इलेक्ट्रॉनिक सर्विलेंस रायपुर, बिलासपुर और नवा रायपुर में किया जा रहा है। भिलाई और दुर्ग में यह व्यवस्था आंशिक रूप से संचालित है। सितंबर 2023 से अक्टूबर 2024 तक 101 ब्लैक स्पॉट और 748 जंक्शन के सुधार कार्य पूर्ण किये गये हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करने पर सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु की संभावना 40 प्रतिशत तक कम हो सकती है।
अधिकारियों ने बताया कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर परिवहन विभाग द्वारा 06 लाख 70 हजार से अधिक तथा पुलिस विभाग द्वारा 04 लाख 87 हजार से अधिक चालानी कार्यवाही की गई है। वहीं 01 जनवरी 2023 से 31 अक्टूबर 2024 तक 7826 वाहन चालकों का लायसेंस निलंबित किया गया है। वहीं 08 दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों राजनांदगांव , धरसींवा , अभनपुर , पाली , सिमगा , सुकमा , बेमेतरा और पत्थलगांव में ट्रामा स्टेब्लाईजेशन यूनिट निर्माण के लिये राशि स्वीकृत की गई है। तथा 14 हजार 261 वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस , 72 हजार से अधिक वाहनों में स्पीड गवर्नर तथा 2200 बसों में पेनिक बटन लगाये गये हैं। बैठक में ब्लैक स्पॉट की पहचान , सुधार की कार्यवाही , सड़कों में यातायात संकेतक , होर्डिंग्स हटाने , फुटपाथ , पार्किंग , सर्विस लेन से अतिक्रमण हटाने आदि कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन , अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ , लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह , स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी , मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद , बसव राजू एस. राहुल भगत , परिवहन विभाग के सचिव एस. प्रकाश , आबकारी सचिव श्रीमती आर. संगीता , एडीजी ट्रेफिक प्रदीप गुप्ता , अपर परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर उपस्थित थे। सभी संभागों के आयुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक वर्चुअली बैठक में शामिल हुये। अंतर्विभागीय लीड एजेंसी के अध्यक्ष एवं एआईजी ट्रेफिक संजय शर्मा ने बैठक में प्रेजेंटेशन दिया।