कलेक्टर ने मॉडल गौठानों में संचालित गतिविधियों की समीक्षा की

कांकेर। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने सोमवार को कृषि, उद्यानिकी, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं जिला पंचायत के अधिकारियों की बैठक लेकर गोधन न्याय योजना अंतर्गत जिले में संचालित गौठानों में किये जा रहे विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने गौठानों का आय मूलक बनाने के लिए महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने कहा कि गौठानों मे मुर्गी पालन, बकरी पालन एवं सब्जी उत्पादन के लिए महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया जावे। गौठानो में उत्पादित सब्जियों को आश्रम व छात्रावास में विक्रय करने के लिए निर्देशित किया गया। रीपा से संबंधित गौठानों को भी उत्कृष्ट बनाने के निर्देश दिये गये तथा उन्हे हब के रूप मे विकसित करने के लिए कहा गया। महिला समूह के सदस्यों को एकाउटिंग का  प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भी निर्देशित किया गया है।

बैठक में मॉडल गौठान पोटगांव, गितपहर, कसावाही, मरकाटोला, भिरौद, लखनपुरी, श्रीगुहान, सारवण्डी, देवरीबालाजी, भनसुली, मानिकपुर, चिल्हाटी, लोहत्तर, कर्रामाड़, बारदा, कढ़ाईखोदरा इत्यादि गौठानों में संचालित गतिविधयों एवं कार्यों  में प्रगति की विस्तृत समीक्षा किया गया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी वीरेन्द्र जायसवाल, कृषि विभाग के उप संचालक एन. के. नागेश, कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बीरबल साहू, पशुधन विकास विभाग के उप संचालक डॉ. सत्यम मित्रा, मछली पालन विभाग के सहायक संचालक आर.एन. नाग, उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक सोनकर सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।