एक साथ खींच लाई मौत: ग्वालियर में ऑटो में 4 की सीट पर बैठे थे 9 लोग

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ग्वालियर34 मिनट पहले
ग्वालियर का अवाड़पुरा। यहां रहते हैं आबकारी विभाग के कर्मचारी इकबाल बेग। बुधवार को सवा महीने की पोती का चौक था। घर में खुशियां मन रही थीं। सभी मौसी और मामा के आने का इंतजार कर रहे थे। पिछोर से सभी लोग ऑटो में बैठकर निकल भी चुके थे। दोपहर करीब 1 बजे एक कॉल आया और मातम पसर गया। कॉल अंजुम का था, उसने बताया कि ऑटो का एक्सीडेंट हो गया है।
ग्वालियर-झांसी हाइवे पर हुए हादसे में मां-बेटे समेत चार लोगों की मौत हो गई। ऑटो को लोडिंग वाहन ने टक्कर मार दी। टक्कर मारने वाली लोडिंग वाहन भी ऑक्सीजन सिलेंडर भरे थे। वह किसी को सांसें देने के लिए ले जाए जा रहे थे, लेकिन जिंदगी छीन ले गए। जिन चार लोगों की जान गई, उन्हें मौत ही खींच लाई थी। दुर्घटनाग्रस्त ऑटो में चार लोग बैठ सकते हैं, लेकिन इसमें 9 लोग सवार थे।
हो रहा था इंतजार, आई मौत की खबर
इधर, ग्वालियर के अवाड़पुरा में मृतक महिलाओं की बहन पोती के चौक में उनके आने का इंतजार कर रही थीं। घर में चहल-पहल थी और खुशी का माहौल था। अचानक मोबाइल कॉल आता है और घर में मातम पसर जाता है। जिनका इंतजार किया जा रहा था, उनके हमेशा के लिए छोड़कर चले जाने की खबर मिली।

हादसे में मृतक मां-बेटे नफीसा और शमीउल्लाह अब इनके घर सिर्फ पति बचा है।
मौत एक साथ खींच लाई 3 परिवार
मृतका शमीना, नफीसा व घायल अंजुम तीनों बहनें हैं। बड़े जीजा इकबाल बेग के घर ग्वालियर में बुधवार को पोती का चौक था। सभी को कार्यक्रम में आना था। तीनों के पतियों को त्योहार के चलते दुकान से समय नहीं मिल रहा था। तीनों परिवारों को अलग-अलग आना था, लेकिन जीजा इकबाल बेग ने अवाड़पुरा में ही रहने वाले ऑटो चालक फिरोज खान को सभी को लेने भेज दिया। फिरोज ऑटो लेकर सुबह पहुंच गया था। इसके बाद वह एक-एक कर तीनों परिवार को उनके घरों से लेकर ग्वालियर की तरफ आ रहा था। सभी एक साथ थे। आंतरी के पास बजेरा पर यह हादसा हो गया।
चार की जगह में बैठे थे 9, टक्कर लगते ही बाहर गिरे
ऑटो में पीछे की सीट पर चार लोगों के बैठने की जगह है। बावजूद सभी 9 लोग एक साथ ऑटो में सवार हो गए। हादसे की एक वजह ये भी है कि ओवरलोड होने के कारण ड्राइवर ढंग से गाड़ी नहीं चला पा रहा था। वहीं रफ्तार भी ज्यादा थी। इसी समय सामने से लोडिंग ने टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही शमीउल्लाह और उसकी मां नफीसा बाहर आकर गिरे। दोनों की मौके पर मौत हो गई।

हादसे में दोनों वाहन चकनाचूर हो गए।
कुछ देर पहले बोला था- भैया संभालकर चलाओ
पता चला है कि हादसे से चंद मिनट पहले मृतका नफीसा ने ड्राइवर को कहा था कि भैया जरा धीरे चलाओ, क्योंकि फिरोज पिछोर से निकलते ही रफ्तार में ऑटो को दौड़ा रहा था। नफीसा के टोकने पर वह कुछ मिनट के लिए संभला। फिर रफ्तार पकड़ ली।
हो रहा था इंतजार आई मौत की खबर
इधर, ग्वालियर के अवाड़पुरा में मृतक महिलाओं की बहन पोती के चौक में उनके आने का इंतजार कर रही थीं। घर में चहल-पहल थी और खुशी का माहौल था। अचानक मोबाइल कॉल आता है और घर में मातम पसर जाता है। जिनका इंतजार किया जा रहा था, उनके हमेशा के लिए छोड़कर चले जाने की खबर मिली।

हादसे में चार लोगों की मौत हो गई।
यह है पूरा मामला
डबरा-पिछोर के रावतपुर में रहने वाली नफीसा (45), अपने बेटे शमीउल्ला खान (18), बहन समीना (30) समेत परिवार के नौ सदस्यों के साथ ग्वालियर आ रहे थे। ग्वालियर के अवाड़पुरा में आबकारी विभाग के कर्मचारी इकबाल बेग की पोती का चौक था। बुधवार को वह सवा महीने की हो गई थी। इसी उपलक्ष्य में कार्यक्रम था। इकबाल, नफीसा के जीजा लगते हैं। सभी को बुधवार शाम को पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होना था।
नेशनल हाइवे-44 पर आंतरी थाना क्षेत्र में बजेरा की पुलिया के पास पहुंचे ही थे कि सामने से आ रही रॉन्ग साइड से आ रहे पिकअप लोडिंग वाहन ने टक्कर मार दी। लोडिंग वाहन में ऑक्सीजन सिलेंडर भरे थे। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ऑटो में सवार नफीसा, बेटा शमीउल्ला खान, बहन समीना और ऑटो ड्राइवर फिरोज खान की मौके पर मौत हो गई। वहीं, हादसे में अंजुम उसके बच्चे लक्की (12), जिया (15), समीना का बेटा साहिल, बेटी फिजा घायल हुए हैं।
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पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा एक परिवार सड़क हादसे का शिकार हो गया। रॉन्ग साइड से आ रहे पिकअप वाहन ने ऑटो को टक्कर मार दी। हादसे में 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत

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