8 गांवों की चेतावनी पर प्रशासन हरकत में, जांजगीर-चांपा में टूटी सड़क की मरम्मत शुरू — ग्रामीण बोले, नई सड़क बनने तक आंदोलन जारी रहेगा

जांजगीर-चांपा, 05 नवंबर । जिले के पामगढ़ ब्लॉक के डोंगाकोहरौद मार्ग पर लंबे समय से पड़ी जर्जर सड़क की मरम्मत आखिरकार शुरू हो गई है। यह कार्रवाई तब हुई जब आसपास के 8 गांवों के सरपंचों ने प्रशासन को चक्काजाम की चेतावनी दी थी। ग्रामीणों के दबाव के बाद लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीम मौके पर पहुंची और सड़क मरम्मत का काम शुरू किया।

पामगढ़ से डोंगाकोहरौद तक की सड़क की हालत बीते कई सालों से खराब है। गड्ढों और कीचड़ से भरी सड़क से होकर रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। केसला, भिलौनी, ससहा और धनगांव सहित आठ गांवों के लोगों ने एकजुट होकर आंदोलन की घोषणा की थी। मंगलवार को हुई एक बैठक में ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक नई सड़क का निर्माण नहीं होगा, वे पीछे नहीं हटेंगे।
पूर्व जनपद अध्यक्ष राजकुमार पटेल ने बताया कि यह सड़क पिछले आठ साल से पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। ग्रामीणों की चेतावनी के बाद ही प्रशासन हरकत में आया। मंगलवार को एसडीएम, तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद PWD की टीम ने मरम्मत कार्य शुरू कर दिया।
हालांकि, ग्रामीणों की नाराजगी अब भी बनी हुई है। उनका कहना है कि प्रशासन ने केवल औपचारिकता निभाने के लिए सड़क के गड्ढों में मिट्टी और गिट्टी डाल दी है। करीब 1 किलोमीटर हिस्से की मरम्मत की गई है, जिसे ग्रामीण “आंदोलन टालने का प्रयास” बता रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि अब वे मरम्मत नहीं, बल्कि पूरी तरह नई सड़क की मांग पर अडिग हैं। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द नई सड़क निर्माण की घोषणा नहीं की गई, तो वे फिर से आंदोलन शुरू करेंगे और तब तक सड़क पर उतरते रहेंगे, जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती।




