स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का निधन: रघुवीर चरण शर्मा ने 99 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, राजकीय सम्मान के साथ दी विदाई

[ad_1]
विदिशा6 घंटे पहले
आजादी की लड़ाई में अपनी सहभागिता करने वाले अंतिम स्वतंत्रता संग्राम रघुवीर चरण शर्मा का गुरुवार की देर रात को निधन हो गया, वे 99 साल के थे। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रघुवीर चरण शर्मा ने सरकार की ओर से मिलने वाली सम्मान निधि से कई स्थानों पर महापुरुषों के स्मारक बनवाए। शहीद स्मारक, स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा, सुभाष चंद्र बोस और रानी लक्ष्मीबाई सहित कई महापुरुषों की प्रतिमाएं लगाने के लिए योगदान दिया।
गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं के लिए सहयोग किया। उनका एक सपना जो प्रशासन आज तक पूरा नहीं कर पाया वह था हिन्दी भवन का निर्माण। उनकी इच्छा के अनुरूप कार्य नहीं हुआ, जबकि सम्मान निधि में से उन्होंने भवन निर्माण का सपना सजोया था, जो अधूरा रह गया। वह हमेशा कहते रहे कि मेरी अंतिम इच्छा है हिन्दी भवन का निर्माण।
गुरुवार को देर रात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रघुवीर चरण शर्मा ने मेडिकल कॉलेज में अंतिम सांस ली। उनके देहांत की खबर लगते ही पूरे शहर में शोक की लहर व्याप्त हो गई। स्वतंत्रता सेनानी रघुवीर चरण शर्मा काफी दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, उनके निधन की खबर सुनते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त की।
शुक्रवार को निकली अंतिम यात्रा
शुक्रवार को उनकी अंतिम यात्रा निज निवास से निकाली गई। पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम यात्रा शहर के मुख्य मार्ग से होती हुई मुक्तिधाम पहुंची। इसमें शहर के तमाम लोग, जनप्रतिनिधि और अधिकारी सम्मिलित हुए। कलेक्टर ने उनके निवास स्थान पर पहुंचकर पुष्प चक्र भेंट किया।
वहीं दूसरी ओर मुक्तिधाम में पुलिस ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। स्वतंत्रता संग्राम रघुवीर चरण शर्मा के शरीर को तिरंगे से लपेट कर उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। नोबल पुरस्कार विजेता कैलश सत्यार्थी ने पुहंचकर पुष्पचक्र अर्पित किया।
जल्द करवाएंगे उनके अधूरे काम
विधायक शशांक भार्गव, पूर्व नपा अध्यक्ष मुकेश टंडन ने बताया कि स्वर्गीय रघुवीर चरण शर्मा को जब से सम्मान निधि मिलना प्रारंभ हुई थी। उन्होंने विदिशा शहर के लिए कई कार्य अपनी राशि से किए हैं। जिनके कुछ कार्य भी अधूरे हैं, उन्हें शासन-प्रशासन की मदद से जल्द पूरा किया जाएगा।


Source link