Chhattisgarh

पति ही निकला पत्नी का हत्यारा

हत्या को एक्सीडेंट साबित करने आरोपियों ने रचा षडयंत्र

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

बालोद – कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में मामले का खुलासा करते हुये पुलिस अधीक्षक महोदय योगेश पटेल ने बताया कि विगत माह 22 मार्च को शाम लगभग सवा चार बजे दो स्कूटी सवार महिलाओं का मानपुर रोड बजरंग बली मंदिर के पास मोड़ में गिरी पड़ी होने की सूचना पर 108 एम्बुलेंस से शासकीय अस्पताल चिखलाकसा लाया गया था। जहां एक महिला बरखा वासनिक की मौत हो गई थी एवं दूसरी महिला मथुरा मंडावी बेहोश व घायल थी। परिजनों को सूचना देकर थाना राजहरा में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस महानिरीक्षक महोदय दुर्ग रेंज दुर्ग राम गोपाल गर्ग के आदेश पर पुलिस अधीक्षक बालोद योगेश पटेल तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोनिका ठाकुर के निर्देशन में एवं नगर पुलिस अधीक्षक राजहरा डा० चित्रा वर्मा के मार्गदर्शन में प्रकरण की विवेचना की जा रही थी। विवेचना के दौरान शेरपार के स्कूल के बच्चो के कथन अनुसार एक सफेद रंग बुलोरो वाहन सवार व्यक्ति द्वारा स्कूल छूटने के समय मृतिका बरखा वासनिक के संबंध में पूछने की बात पाये जाने पर तकनीकी साधनों का उपयोग करते हुये एक संदेही को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में उसके द्वारा बताया गया कि वह मृतिका बरखा वासनिक के पति शीशपाल वासनिक ( विद्युत विभाग में सहायक इंजीनियर के पद पर रूआंबांधा दुर्ग में पदस्थ) के कहने पर उक्त घटना में शामिल हुआ था। संदेही कयामुद्दीन पिता कैमुल हसन उम्र 24 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती रामनगर वार्ड क्रमांक 21 सुपेला भिलाई जिला दुर्ग के बताये अनुसार मुख्य आरोपी मृतिका का पति शीशपाल वासनिक को भी पुलिस अभिरक्षा में लेकर दोनो से सामूहिक पूछताछ किया गया। जिसमें आरोपी शीशपाल ने बताया कि मृतिका से उसकी शादी वर्ष 2016 में हुई थी दोनो के बीच दो बच्चे भी हैं।

मृतिका हाईस्कूल शेरपार में शिक्षक वर्ग एक के पद पर पदस्थ थी , शादी के बाद से ही दोनो के बीच वाद विवाद होता रहता था जिसमें आरोपी अपनी पत्नी से मारपीट भी करता था। जिससे प्रताड़ित होकर मृतिका ज्यादातर समय बच्चों के देखभाल हेतु मायके में रहती थी और आरोपी के पास वापस नहीं जाना चाहती थी , इस कारण वह पत्नी की हत्या करने के लिये कई दिनों पूर्व से योजना बना रहा था। अपने मोबाईल से अनेक क्राईम संबंधी वीडियो को देखकर उसके द्वारा हत्या की योजना बनाई गयी थी। उसने गाड़ी चलाने और और मृतका की गाड़ी को एक्सीडेंट करने के लिये साठ हजार रूपये में कयामुद्दीन को शामिल किया था।‌ योजना अनुसार उसने 21 मार्च की रात्रि में अपने विभाग के अनेक मोबाईल नंबरों की सूची बनाया जिसमें हर मोबाईल नंबर के सामने समय का उल्लेख किया एवं उस सूची व अपने स्वयं के मोबाईल को उसके कार्यालय में पदस्थ स्वीपर राहुल रात्रे को देकर यह निर्देश दिया कि सूची में जिन जिन मोबाईल नंबरों के सामने समय लिखा हुआ है। दूसरे दिन 22 मार्च को सूची में लिखे समय अनुसार उसके स्वयं के मोबाईल नंबर से फोन लगाकर बस हाय हलो ही बोलना है। इसके बाद 22 मार्च को वह मोबाईल व फोन वाली लिस्ट को बारह बजे के बाद चालक मानस साहू को दे देना बताया। चालक को भी आरोपी द्वारा फोन के माध्यम से यही निर्देश दिया गया था कि अलग – अलग लोकेशन में जाकर लिस्ट में लिखे मोबाईल नंबरों पर समय अनुसार फोन लगाना है। तब चालक मानस साहू द्वारा लिस्ट में लिखे नंबरों पर विभाग के कंट्रोल रूमों में फोन लगाया गया था तथा कुछ अन्य लोगों के कॉल भी आरोपी के मोबाइल पर आया था , इस प्रकार विवेचना के दौरान आरोपी का मोबाईल लोकेशन दुर्ग में ही प्राप्त हो रहा था। दूसरे दिन 22 मार्च को प्रात: लगभग पांच – छह बजे अपने बोलेरो वाहन से नंबर प्लेट निकाल कर दुर्ग से निकल कर आरोपीगण मानपुर चौक पहुंचे। वहां से मानपुर रोड का रेकी करते हुये ग्राम शेरपार हाईस्कूल के पहुंच कर पुन: वापस मानपुर चौक आते समय घटनास्थल ग्राम हितकसा के आगे बजरंग बली मंदिर के पास मोड को घटनाकारित करने का स्थान चयन किया। पुन: शेरपार स्कूल के आगे आम बगीचा में रूककर स्कूली बच्चो से स्कूल छूटने का समय एवं बरखा वासनिक के स्कूल आने के संबंध में पूछताछ कर स्कूल छूटने के समय चार बजे शाम के कुछ देर पहले दोनो आरोपी बुलोरों से धीरे धीरे आगे बढ़ते हुये मृतिका बरखा वासनिक के स्कूटी के आने का इंतजार करने लगे। जैसे ही बजरंग बली मंदिर के थोड़ी दूरी पर बरखा वासनिक की स्कूटी पहुंची , आरोपीगण अपने बुलोरो वाहन की गति कम कर दिये ताकि स्कूटी बुलोरो को ओवरटेक कर सके।‌ जैसे ही स्कूटी ने इनकी बुलोरो वाहन को ओवरटेक की , वैसे ही मोड़ व ढलान में आरोपी शीशपाल द्वारा चालक कयामुद्दीन को कहा गया कि यही स्कूटी है ठोकर मारो। उसके कहने पर चालक कयामुद्दीन स्कूटी को पीछे से ठोकर मारने का प्रयास किया किन्तु स्कूटी को ठोकर दाहिने हिस्से में लगी। ठोकर लगने से दोनो स्कूटी सवार महिला गिर कर तड़प रहे थे , तभी आरोपी शीशपाल द्वारा बोलेरो वाहन को रूकवाकर गाड़ी से लोहे की राड निकालकर पत्नी बरखा वासनिक को तीन चार बार सिर व पीठ पर मार कर पुन: बोलेरो में बैठकर तेज गति से वहां से भाग गये थे एवं लोहे के राड को वही पास के पुलिया के नीचे फेंक दिये थे। प्रकरण के विवेचना के दौरान आरोपी के निशादेही पर लोहे के राड , घटनास्थल तक आने जाने में उपयोग किये गये बोलेरो वाहन , आरोपी शीशपाल द्वारा राहूल रात्रे को दिये गये मोबाईल नंबरों वाला लिस्ट एवं दोनो आरोपी मोबाईलों को जप्त किया गया।

आरोपी शीशपाल वासनिक के मोबाईल का प्राथमिक जांच पर उसके यू-ट्यूब हिस्ट्री में क्राईम स्टोरी एवं पुलिस के इन्वेस्टिगेशन से बचने संबंधी ‍अनेक वीडियो है जिससे यह स्पष्ट है कि आरोपी द्वारा हत्या करने की योजना बनाने में इन्ही वीडियो का सहारा लिया गया था। आरोपी पति शीशपाल वासनिक द्वारा अपने दोस्त कयामुद्दीन के साथ मिलकर षडयंत्र कर अपनी पत्नी बरखा वासनिक की हत्या की गई है।

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