विश्व शांति महायज्ञ का अंतिम दिन: विभव सागर महाराज ने कहा- संपूर्ण सृष्टि के लिए हैं संतों के वचन और सूर्य की किरणें

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टीकमगढ़6 घंटे पहले

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जिले के जैन तीर्थ क्षेत्र हटा में चल रहे विश्व शांति महायज्ञ एवं धर्म सभा का बुधवार को समापन हो गया। समारोह के अंतिम दिन आचार्य विभव सागर महाराज ने प्रवचन में संत और सत्संग की महिमा का वर्णन किया।

महाराज ने कहा कि यदि तुम संतों का सत्संग करते हो तो यह आपके जीवन की पहली भक्ति है। परमात्मा के पास पहुंचना दूसरी भक्ति है। संत ढाई अक्षर का शब्द है। सम्यक् तपस्या करने वाला संत होता है। संत चाहे किसी भी समाज का हो, किसी भी जाति का हो, किसी भी धर्म को मानने वाला हो। जो सम्यक् तपस्या कर रहा है। सम्यक् तपश्चरण कर रहा है। सम्यक् त्याग कर रहा है। सम्यक् तत्त्व को जानने वाला संत है। संत के वचन और सूर्य की किरणें सम्पूर्ण सृष्टि के लिए हुआ करती हैं। उन्होंने कहा कि सूर्य ने कभी भेदभाव नहीं किया कि मैं इस समाज को प्रकाश दूंगा। जब-जब सूर्योदय होता है, वह सभी की छतों पर प्रकाश देता है। सूर्य का प्रकाश सभी के लिए देता है, लेकिन जो आंखें खोलते हैं, उन्हीं को सूर्य का प्रकाश दिखाई देता है।

पृथ्वी जल और वायु के समान हैं संत

महाराज ने कहा कि जिस तरह पृथ्वी, जल और वायु किसी एक समाज या व्यक्ति के लिए नहीं है। ठीक उसी तरह संत पृथ्वी के समान, जल के समान, अग्नि के समान और वायु के समान है। संत आंगन नहीं आकाश है। श्रावक का जीवन आंगन की तरह होता है और संत आकाश की तरह होते हैं।

नगर पालिका अध्यक्ष ने लिया आशीर्वाद

आयोजन समिति के व्यवस्था संयोजक पवन घुवारा ने बुधवार को टीकमगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार और कांग्रेस नेता परितोष व्यास ने समारोह में पहुंचकर आचार्य श्री से आशीर्वाद लिया। इस दौरान अब्दुल गफ्फार और आचार्य श्री के बीच धार्मिक विषयों को लेकर चर्चा हुई।

हनुमान मंदिर में की पूजा अर्चना

जैन तीर्थ क्षेत्र हटा से लौटने के बाद रास्ते में नपा अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार और कांग्रेस नेता पवन घुवारा ने प्रसिद्ध धजरई हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। इस दौरान नपा अध्यक्ष ने गायों को फल खिलाए।

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