शुभमहूर्त में होगी माता की घटनस्थापना: आज से शुरू होगा शक्ति की आराधना का पर्व, नवरात्र में माता मंदिरों में होगे विशेष अनुष्ठान

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Khargone
- The Festival Of Worship Of Shakti Will Start From Today, Special Rituals Will Be Done In Navratri Mata Temples
खरगोन10 मिनट पहले
माता दुर्गा की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि सोमवार से शुरु होगा जो 4 अक्टूबर तक चलेगा। इस नौ दिवसीय पर्व को लेकर माता भक्तों में उत्साह का माहौल है। घर, मंदिरों में साफ-सफाई, रंग-रोगन कर विद्युत सज्जा की गई है। तो वही सार्वजनिक प्रतिमा स्थापना व गरबा पांडाल सजाए गए हैं।
नवरात्रि के दौरान शहर में कुंदा नदी तट स्थित मां कालिका के मंदिर में विशेष अनुष्ठान चलेंगे। पर्व के चलते मंदिर को रंगीन रोशनी से जगमग किया गया है। वहीं शहर के बाकि माता मंदिर, बाघेश्वरी माता मंदिर, जेतापुर का नवसिद्ध शक्ति माता मंदिर, जवाहर मार्ग के छटी माता मंदिर, कुंदा तट स्थित मोठी माता मंदिर, उमरखली मार्ग स्थित संतोषी माता मंदिर, गायत्री मंदिर, नवग्रह मंदिर स्थित बगुलामुखी माता मंदिर आदि माता मंदिरों में नवरात्रि को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं।
हिंदू पंचांग के के अनुसार नवरात्रि के पहले दिन 26 सितंबर को शुक्ल योग सुबह 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। इसके बाद ब्रह्म योग शुरू होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्ल और ब्रह्म योग में पूजा बेहद शुभ और फलदायी मानी जाती है। शुक्ल योग रविवार सुबह 9.06 बजे से नवरात्रि के पहले दिन सोमवार सुबह 8.06 बजे तक रहेगा।
वहीं सोमवार सुबह 8.06 से ब्रह्म योग बन रहा है जो अगले दिन मंगलवार सुबह 6.44 बजे तक रहेगा। इतना ही नहीं इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी और हाथी पर वापस लौटेगी अर्थात इस बार मां दुर्गा का वाहन हाथी है। दरअसल रविवार और सोमवार से जब नवरात्रि प्रारंभ होती हैं, तो माता वाहन के रूप में हाथी पर विराजमान होकर आती हैं।


आज 41 फिट ऊंचे राजमहल मे होगी 17 फिट ऊंची प्रतिमा की स्थापना
ज्योतिनगर में लगातार सातवां नवदुर्गा महोत्सव भव्यता के साथ मनाने की तैयारियां की गई है। समिति के इंजी नीतिन मालवीय ने बताया यहां 15 हजार स्क्वायर फिट के विशाल मैदान में माता का भव्य दरबार एवं गरबा पांडाल सजाया गया है, जो नवरात्र में आकर्षण का केंद्र होगा। सोमवार को माता की 17 फिट ऊंची महारानी स्वरुप प्रतिमा 41 फिट ऊंचे भव्य राजमहल मे विराजित की जाएगी। रात्रि में बालिकाएं, युवतियों ओर महिलाओं के अलग अलग समूहों द्वारा माता की आराधना स्वरूप गरबा नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी।
Source link