मांगों को लेकर बिजली कर्मचारियों का हंगामा: बोले-संविदा-आउटसोर्स कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाए, मांगें नहीं मानी तो भोपाल में धरना

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ग्वालियर6 घंटे पहले

धरने पर बैठे प्रदेशभर से आए बिजली कर्मचारी

प्रदेश भर के बिजली कर्मचारी शनिवार को काम बंद कर हड़ताल पर हैं। अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के गृह नगर ग्वालियर में कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है।

नियमितीकरण आउटसोर्स कर्मचारियों का संविलियन और नियमित कर्मचारियों के पुरानी पेंशन बहाली जैसी प्रमुख मांगों को लेकर बिजली विभाग के हजारों कर्मचारी इंदरगंज चौराहे पर स्थित बिजली विभाग के रोशनी घर कार्यालय पर एकत्रित होकर सड़कों पर उतरे और पैदल मार्च करते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगला पर पहुंचकर घेराव किया।

धरना देते बिजली कर्मचारी

धरना देते बिजली कर्मचारी

रोशनी घर से यह पैदल मार्च शुरू हुआ जिसमें कर्मचारी नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। ग्वालियर की सड़कों पर अपनी आवाज बुलंद करते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगला पहुंचकर कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो अगला बड़ा प्रदर्शन भोपाल में होगा सीधे मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा।

बिजली कर्मचारी यूनियन के लीडर एलके दुबे ने दैनिक भास्कर संवादाता से बात करते हुए बताया कि कई वर्षों से मुख्यमंत्री और मध्यप्रदेश सरकार और मध्य प्रदेश शासन कंपनियों का ध्यान संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों के संबंध में उठाते चले आ रहे हैं, लेकिन आज तक हमारी किसी भी मांग पर विचार नहीं किया गया। हमने शहरी कद्दावर नेता और ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर को कई बार ज्ञापन दिया गया लेकिन हमारी कोई भी मांग पूरी नहीं हुई।

हम मजबूर होकर प्रदेश के कर्मचारी इकट्ठा हुए हैं यह धरना प्रदर्शन करने के बाद गांधीवादी तरीके से हम पैदल मार्च निकालकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को इस विषय में ज्ञापन देकर चेतावनी देने जा रहे हैं कि अगर आपकी सरकार ने हमारी मांगे पूरी नहीं तो वह दिन दूर नहीं है जब हम भोपाल में जाकर हल्ला बोलेंगे।

यह हैं प्रमुख मांगे

– संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का जो वादा BJP सरकार ने 2013 में किया था वो आज तक पूरा नहीं किया गया।

– हमारे 35 से 40 हजार आउटसोर्स कर्मचारी है उसकी सम्मेलन कर रोजगार की गारंटी दे क्योंकि उनकी रोजगार की गारंटी नहीं है। वह 10 से15 साल से नौकरी कर रहे हैं । अगर किसी अधिकारी को सनक आई तो कर्मचारी से कह देते हैं कि कल से नौकरी मत आना इसलिए यह नहीं चलेगा।

– पुरानी पेंशन स्कीम लागू करें जो हमारे पुराने कर्मचारी हैं उनको पेंशन देनी ही होगी। नहीं तो हम भोपाल सीए कार्यालय का घेराव करेंगे और सड़कों को कर्मचारियों से भर देंगे।

– हमारे आउटसोर्स और संविदा कर्मचारी का कम से कम 50 लाख रुपए का बीमा होना चाहिए। क्योंकि हादसों में मरने वाले कर्मचारियों की संख्या बहुत है, लेकिन उन्हें 4 लाख रुपए की सहायता देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं ऐसा नहीं चलेगा हम उनके परिवार वालों को अनुकंपा नियुक्ति देने की भी मांग कर रहे हैं।

मंत्री ने मांग पूरी करने का दिया आश्वासन

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के घेराव करने पहुंचे बिजली कर्मचारियों को मनाने के लिए जमीन पर बैठकर ही उनकी समस्याएं सुनी। आंदोलन कर रहे बिजली कर्मचारियों को समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि जो वाजिब मांग है, उन्हें पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से विस्तृत चर्चा की जाएगी

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