मन्दसौर के 23 निजी अस्पतालों के पंजीयन निरस्त: खामियां मिलने के बाद भी उन्हें ठीक नहीं किया

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मंदसौर3 घंटे पहले
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मंदसौर जिले के 23 निजी अस्पतालों को लाइसेंस निरस्त करने के मामले में निजी अस्पताल संचालकों को राहत मिल गई है। बीते दिनों जिले के 23 निजी अस्पतालों की जांच के दौरान मिली खामियों के चलते इन अस्पतालों के पंजीयन निरस्त कर दिए गए थे ।
कलेक्टर, विधायक से मिले थे अस्पताल संचालक
निजी अस्पतालों के पंजीयन निरस्त होने के बाद निजी अस्पतालों के संचालक विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया और कलेक्टर गौतम सिंह से मिले थे, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ हुई बैठक में 23 में से 20 अस्पताल संचालकों के एक माह में खामियां दूर करने का लिखित में निवेदन किया इसके बाद 20 अस्पताल संचालकों को एक माह का समय दिया गया है । तय समय मे जांच में मिली खामियों का दूर करना होगा ।
यह था मामला
बीते दिनों हुए जबलपुर के निजी अस्पताल में हुए हादसे के बाद प्रदेश के तमाम निजी अस्पतालों ने सुरक्षा की जांच के आदेश सरकार ने दिए थे। जांच के बाद जिले के करीब 23 अस्पतालों में खामियां मिली थी। खामियों को दुरुस्त करने की समय सीमा भी दी गई थी। इसके बाद भी निजी अस्पतालों ने खामियां दूर करने का प्रयास नही किया। सबसे ज्यादा खामियां फायर सेफ्टी और एमओएस को लेकर मिली थी इसके साथ ही अस्पताल की गुणवत्ता और सुरक्षा में मिली खामियों के चलते सोमवार को जिले के 23 अस्पतालों के पंजीयन निरस्त करने एक आदेश जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने जारी किए थे।
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