बीना में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की बैठक: बीना सिंचाई परियोजना में छूटे हुए गांवों को जोड़ने के लिए किया जाएगा प्रयास

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बीना43 मिनट पहले
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हाल ही में अतिवृष्टि, बाढ़ से किसानों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति कैसे हो, बीना सिचांई परियोजना में जो गांव छूट गए हैं। उनको जोड़ने की कार्ययोजना, रबी फसल के लिए शासकीय स्तर पर खाद, बीज की समुचित व्यवस्था कैसे हो। इन सभी मुद्दो को लेकर सेमरखेडी़ गांव मे राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की बैठक का आयोजन हुआ। प्रत्येक 6 महीने में होने वाली इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था किसानों को खेती से अधिक से अधिक लाभ कैसे दिलाया जाए, संभागीय अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने बताया बाढ़ से प्रभावित किसानो को जिनके पास अब न घर है न भोजन उनके रहने और भोजन की व्यवस्था। लेकिन वह बहुत कम है कुछ गांव ऐसे हैं, जिसमें प्रशासन अभी तक पहुंचा ही नहीं है। जल्द ही एक संघ की चुनी टीम सभी गांवों मे किसानो से मिलेगी और उनकी समस्याओं का समाधान प्रशासन के समक्ष रखा जाएगा।
जिला संयोजक सीताराम ठाकुर ने बताया बीना सिंचाई परियोजना में बीना क्षेत्र के बहुत से गांव छूट दिए गए हैं। यह सब बीना की राजनैतिक कमजोरी के कारण हुआ। हमें संगठित होकर प्रशासन से लड़ना होगा। इसके लिए 15 सितंबर से गांव गांव मे बैठक करके बीना सिंचाई परियोजना की समिति बनाई जाएगी और सभी गांव के लोगो को दायित्व सौंपे जाएंगे। उन्होंने बताया खेती से लाभ तभी मिल सकता है जब हम देशी खाद का निर्माण अपने घर पर ही करेंगे। जिससे रासायनिक खाद के ऊपर लगने वाला पैसा बच जाएगा। इसके लिए कृषि विभाग से बात की जाएगी। वह महासंघ के साथ मिलकर गांव गांव मे किसानों को प्रशिक्षित करेगे और इसके फायदे बताएंगे।

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