प्रधानमंत्री मोदी 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ दौरे पर, करेंगे 14,260 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ

रायपुर, 31 अक्टूबर 2025।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव में शामिल होंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। उनका यह दौरा राज्य के लिए सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, ऊर्जा और ग्रामीण विकास जैसे कई प्रमुख क्षेत्रों में नई दिशा देने वाला होगा।
प्रधानमंत्री का दौरा नवा रायपुर अटल नगर में सुबह लगभग 10 बजे ‘दिल की बात’ कार्यक्रम से आरंभ होगा। वे श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में आयोजित ‘जीवन का उपहार’ समारोह में जन्मजात हृदय रोगों का सफलतापूर्वक उपचार करा चुके 2,500 बच्चों से बातचीत करेंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री सुबह 10:45 बजे ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शांति शिखर’ का उद्घाटन करेंगे। यह केंद्र आधुनिक तकनीक से युक्त आध्यात्मिक शिक्षा, ध्यान और शांति का केंद्र होगा।
लगभग 11:45 बजे प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद वे विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन करेंगे। यह भवन ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा पर निर्मित है, जो सौर ऊर्जा से संचालित होगा और वर्षा जल संचयन प्रणाली से सुसज्जित रहेगा। प्रधानमंत्री इस अवसर पर जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
दोपहर 1:30 बजे प्रधानमंत्री शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। यह संग्रहालय जनजातीय समाज के साहस, बलिदान और देशभक्ति की अमर गाथा को संरक्षित और प्रदर्शित करेगा। प्रधानमंत्री इस अवसर पर ‘आदि शौर्य’ नामक ई-बुक और संग्रहालय पोर्टल का शुभारंभ करेंगे तथा शहीद वीर नारायण सिंह की घुड़सवार प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री दोपहर 2:30 बजे छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव में शामिल होकर विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। वे 3.51 लाख प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत बने घरों के गृह प्रवेश में शामिल होंगे और 3 लाख लाभार्थियों को 1200 करोड़ रुपये की राशि जारी करेंगे। साथ ही नौ जिलों में 12 नए स्टार्ट-अप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP) ब्लॉकों का उद्घाटन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री सड़क और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में कई बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इनमें पत्थलगांव-कुनकुरी से छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा तक चार लेन ग्रीनफील्ड हाईवे शामिल है, जिसे 3,150 करोड़ रुपये की लागत से एनएचएआई द्वारा भारतमाला परियोजना के तहत विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा, बस्तर और नारायणपुर जिलों में राष्ट्रीय राजमार्ग-130डी के निर्माण तथा राष्ट्रीय राजमार्ग-130सी के उन्नयन की आधारशिला रखी जाएगी, जिससे जनजातीय और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सड़क संपर्क में उल्लेखनीय सुधार होगा।
ऊर्जा क्षेत्र में प्रधानमंत्री ईआर-डब्ल्यूआर इंटरकनेक्शन परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जिससे पूर्वी और पश्चिमी ग्रिडों के बीच 1,600 मेगावाट अतिरिक्त विद्युत अंतरण क्षमता उपलब्ध होगी। इसके साथ ही, वे 3,750 करोड़ रुपये से अधिक की अन्य बिजली परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, जिनका उद्देश्य बिजली अवसंरचना को मजबूत करना और ग्रामीण क्षेत्रों में विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
प्रधानमंत्री पुनरोद्धार वितरण क्षेत्र योजना (RDSS) के तहत लगभग 1,860 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को समर्पित करेंगे। साथ ही 480 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नौ नए बिजली सबस्टेशनों का उद्घाटन करेंगे, जिससे 15 लाख से अधिक लोगों को लाभ होगा।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र में प्रधानमंत्री रायपुर स्थित एचपीसीएल के अत्याधुनिक पेट्रोलियम तेल डिपो का उद्घाटन करेंगे, जिसकी लागत 460 करोड़ रुपये है। इस डिपो में पेट्रोल, डीजल और इथेनॉल का 54,000 किलोलीटर भंडारण होगा, जिससे छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों को निर्बाध ईंधन आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
प्रधानमंत्री 1,950 करोड़ रुपये की लागत से बनी 489 किलोमीटर लंबी नागपुर-झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का भी लोकार्पण करेंगे, जो छत्तीसगढ़ के 11 जिलों को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़ेगी और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करेगी।
औद्योगिक विकास को गति देने के लिए प्रधानमंत्री जांजगीर-चांपा के सिलादेही-गतवा-बिर्रा और राजनांदगांव के बिजलेटला में दो स्मार्ट औद्योगिक क्षेत्रों की आधारशिला रखेंगे। इसके अलावा, नवा रायपुर के सेक्टर-22 में फार्मास्युटिकल पार्क की नींव रखी जाएगी।
स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में प्रधानमंत्री मनेंद्रगढ़, कबीरधाम, जांजगीर-चांपा और गीदम (दंतेवाड़ा) में पांच नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों तथा बिलासपुर में सरकारी आयुर्वेद कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला रखेंगे। इससे राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा।
प्रधानमंत्री का यह दौरा छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास, जनजातीय सशक्तिकरण, औद्योगिक प्रगति, ऊर्जा आत्मनिर्भरता और सामाजिक उत्थान के नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।




