पन्ना जिले में चमकी किस्मत: चार लोगों को मिले 9.5 कैरेट के चार हीरे, अनुमानित कीमत 45 लाख

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पन्ना5 घंटे पहले
पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती इन दिनों बेशकीमती हीरे उगल रही है। यहां रातों रात लोगों की किस्मत बदल रही है। गुरुवार को हीरा कार्यालय में चार लोगों ने अपने हीरे जमा किए हैं। उन्हें 3.96 कैरेट, 3.21 कैरेट, 1.30 कैरेट और 1.10 कैरेट के बेशकीमती हीरे मिले हैं। इनकी अनुमानित कीमत 45 लाख रुपए आंकी गई है।
ओमप्रकाश नाम के मजदूर को कृष्ण कल्याणपुर पटी की खदान से 3.96 कैरेट का उज्जवल हीरा मिला है। उन्होंने बताया कि अब गरीबी से झुटकारा मिलेगा। काफी सालों से प्रयास कर रहे थे, लेकिन गुरुवार के दिन भगवान जुगल किशोर जी ने मनोकामना पूरी की है। बृजपुर के निवासी मजदूर राजेंद्र गुप्ता ने अपने अन्य 6 साथियों के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से 200 रुपए देकर पट्टा बनवाया था। सिरस्वाहा क्षेत्र के भरका नामक स्थान में हीरे की खदान लगाई थी। एक माह से अधिक समय बाद गुरुवार को उसे चमचमाता हुआ 3.21 कैरेट का उज्जवल किस्म का हीरा मिला। मजदूर का कहना है कि हीरे की नीलामी के बाद मिलने वाले पैसों से वह सभी आपस में बराबर बाटेंगे। कोई व्यवसाय करेंगे।



पन्ना-अजयगढ़ बाइपास के जंगल में मिला हीरा
पन्ना निवासी नीरू पाल गुरुवार को पन्ना-अजयगढ़ बाइपास के जंगल मे घूम रहे थे। उन्हें चमचमाता हुआ कंकड़ दिखाई दिया। इसे वह हीरा कार्यालय लेकर पहुंचे, तो पता चला कि वह 1.30 कैरेट का हीरा है। उन्होंने कार्यालय में जमा करा दिया है। वे भी हीरा से मिलने वाले रुपयों से काम-धंधा शुरू करेंगे।
30 साल तलाश करने के बाद मिला हीरा
पूरन अहिरवार निवासी कृष्ण कल्याणपुर को 1.10 कैरेट का हीरा मिला है। उन्होंने पट्टा जारी करवाकर पटी में खदान लगाई थी। पूरन अहिरवार ने बताया की वह जब जवान थे, तभी से हीरा खदान लगा रहे हैं। करीब 30 साल बीतने के बाद 1.10 कैरेट का हीरा मिला है। अब वह हीरा से मिलने वाले रुपयों से अपने बच्चों के लिए धंधा करेंगे। सभी हीरे आगामी नीलामी में रखे जाएंगे। हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि यह चारों उज्जवल किस्म का हीरे हैं। 12% शासन की रॉयल्टी एवं 1% टैक्स काटकर शेष पैसा मजदूरों के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
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