नर्मदा-तवा संगम पर बांद्राभान मेला: कार्तिक पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई डूबकी, ग्रहण के बाद उमड़ेंगे 50 हजार श्रद्धालु

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नर्मदापुरम17 मिनट पहले
तवा और नर्मदा नदी संगम स्थल पर आयोजित बांद्राभान मेले के तीसरे दिन मंगलवार सुबह बड़ी संख्या श्रद्धालु पहुंचे। कार्तिक पूर्णिमा होने से तड़के 4 बजे से ही स्नान शुरू हुआ। चंद्र ग्रहण का सूतक शुरु होने के बाद स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में थोड़ी कमी आई। हालांकि स्नान करने का सिलसिला जारी है। शाम को ग्रहण दोष समाप्त होने के बाद स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी। पुलिस को करीब 50 हजार श्रद्धालु पहुंचने का अनुमान है।
अलसुबह से ही स्नान का सिलसिला जारी है। मां नर्मदा पर अपनी अस्था रखने वाले और संकल्प को पूरा करने वालों ने षाष्टांग दंडवत करते हुए संगम स्थल पहुंचकर मां की पूजा अर्चना की। बांद्राभान संगम स्थल पर भगवान सत्यनारायण की कथा पूजन कर संकल्प लेकर कई भक्तों ने मां नर्मदा की परिक्रमा की शुरुआत की।
मेले में पारंपरिक दुकानों पर ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने खेती किसानी में काम आने वाली सामग्री की खरीदी की। तवा नदी में ज्यादा पानी होने पर प्रशासन ने नर्मदा और तवा नदी के बीच में बने रेत के टापू पर जाने पर प्रतिबंध लगाया था। लेकिन लोग कड़ी सुरक्षा के बाद भी वहां पहुंचे। आस्था पर प्रशासन के प्रतिबंध भारी पड़े। होमगार्ड की टीम लगातार गश्त करती रही निगरानी में शांति पूर्ण स्नान होते रहे।

450 अधिकारी-कर्मचारी व जवान लगे
जनपद पंचायत द्वारा आयोजित मेले में राजस्व, पंचायत, स्वास्थ्य, पुलिस, होमगार्ड और नगरपालिका के करीब 450 अधिकारी-कर्मचारी की ड्यूटी लगाई है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस, होमगार्ड और आपदा मित्र, नगर, ग्राम सुरक्षा कर्मी घाट पर तैनात है। ताकि अप्रिय घटना होने से बच सकें। तवा नदी में कमर कमर तक पानी होने से तवा से नर्मदा छोर पर जाने के लिए इस बार रोक लगाई गई है। रस्सी, झंडी और सूचना के पोस्टर भी लगे है।


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