फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनवाया: पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जेल में बद आरोपी को छुड़वाना चाहते थे

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धार8 घंटे पहले

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धरमपुरी पुलिस ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करने वाले दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने इनके खिलाफ न्यायालय के आदेश के आधार पर विभिन्न धारा में प्रकरण दर्ज किया गया। शनिवार को थाने की कार्रवाई के बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। जहां से रिमांड प्राप्त हुआ है। पुलिस इस फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मामले में शामिल गिरोह के अन्य सदस्यों को लेकर अब इन आरोपियों से पूछताछ करेगी। गिरफ्तार हुए आरोपियों में से एक आरोपी तहसील न्यायालय के बाहर टाईप राइटर की दुकान संचालित करता हैं, जिसके माध्यम से ही आरोपी ने कलर प्रिंट आउट प्रमाण पत्र निकलवाया था।

मामले की जानकारी देते हुए टीआई चंद्रभान सिंह चढढार ने बताया कि आरोपी अजय मकवाना अपहरण व दुष्कर्म के मामले में आरोपी होकर जेल में बंद हैं। जिसके पिता आरोपी चैनसिंह पिता पहाडसिंह द्वारा कोर्ट के समक्ष एक आवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें बताया गया कि आरोपी अजय नाबालिग होकर अव्यस्क है, जिसको प्रमाणित करने के लिए इंदौर नगर निगम से जारी हुए एक जन्म प्रमाण पञ भी प्रस्तुत किया गया। हालांकि आरोपी इंदौर का निवासी नहीं होकर धार जिले के ग्राम दूधी रपट का निवासी था। ऐसे में प्रमाण पञ की पृष्टि को लेकर इंदौर नगर निगम के सहायक ग्रेड-3 मुकेश यादव को बुलवाया गया। जिन्होंने बताया कि उक्त प्रमाण पञ उनके कार्यालय से जारी नहीं हुआ है। ऐसे में कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए धरपमपुरी पुलिस को पत्र जारी किया।

दो आरोपी गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार जांच में यह बात सामने आई कि दुष्कर्म के आरोपी अजय के पिता चैनसिंह ने एक दलाल के माध्यम से इस प्रमाण पत्र को इंदौर से बनवाया था। जिसमें धरमपुरी के एक दुकान संचालक गब्बु पिता मोते सिंह से प्रिंट करवाया था, जिसके आधार पर पुलिस ने चैनसिंह व गब्बु को अरेस्ट किया है। आरोपी चेन सिंह ही जेल में बंद बेटे को जमानत में नाबालिग होने का फायदा दिखाकर जमानत लेने की कोशिश कर रहा था, लेकिन कोर्ट के संज्ञान और पुलिस की कार्रवाई से मामला उजागर हो गया।

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