चार सेकंड में ढेर हुई पानी की टंकियां: सारणी के एमपीईबी कॉलोनी परिसर में गिराई गई जर्जर टंकियां, देखे VIDEO…

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बैतूल42 मिनट पहले
बैतूल के सारणी में 35 से 38 साल पुरानी तीन पानी की टंकियों को विस्फोटक की मदद से ब्लास्ट कर गिरा दिया गया। मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी ने 80 के दशक में इन पानी की टंकियों को बनाया था, जो जर्जर हो गई थी। सारणी के एमपीईबी कॉलोनी परिसर में तीन पानी की टंकियां जर्जर हो गई थी। इनमें एक जी टाइप जगन्नाथ मंदिर के पास वार्ड 5, एक बाजार मोहल्ला और तीसरी स्टेट बैंक के पास खड़ी थी।
जिसके कभी भी धराशाही होने के आशंका थी। सिविल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी ने अनुपयोगी और जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी पानी की टंकीयों को गिराने के लिए टेंडर निकाला। यह टंकियां सिविल विभाग और ठेकेदार के माध्यम से सन 1984 में बनाई गई थी। टंकी को सुरक्षा की दृष्टि से सफलतापूर्वक गिराने का कार्य किया गया।
पिलर्स ड्रिल कर गिराई टंकियां
विभाग ने ठेकेदार को इन टंकियों को गिराने का ठेका दिया था। इनमें पहले 1984 में बनी जगन्नाथ मंदिर के पास की टंकी गिराई गई। इसके बाद बाजार मोहल्ले में 1968 में बनी दो अन्य टंकी को धरशाही कर दिया गया। सिविल इंजीनियर अय्यूब खान ने बताया कि इन टंकियों को गिराने का ठेका चरण जीत सिंह सलूजा की कंपनी को दिया था।
जिन्होंने इन्हें गिराने से पहले पिलर्स को ड्रिल कर कमजोर किया और फिर इन्हें खींचकर नीचे गिरा दिया। इनको गिराने में विस्फोटक के इस्तेमाल से इनकार किया जा रहा है। हालाकि प्रत्यक्षदर्शियों ने विष्फोट की आवाज और विस्फोटक लगाने की तस्दीक की है। दस दस हजार लीटर पानी की क्षमता वाली यह टंकियां कोई काम नहीं आ रही थी।

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