छत्तीसगढ़ में ‘फड़ साम्राज्य’ का किंग कौन ? छोटू भांडुलकर की छाया में पनपता करोड़ों का कारोबार !

रायपुर/गरियाबंद, 18 जून/ छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से लेकर रायपुर और धमतरी तक, बीते कुछ वर्षों में एक ही नाम चर्चा में बना हुआ है – छोटू भांडुलकर। जुए के संगठित कारोबार का यह नाम अब प्रदेशभर में ‘फड़ नेटवर्क’ के प्रतीक के रूप में देखा जाने लगा है। दावा है कि रोजाना करोड़ों का दांव इस नेटवर्क के माध्यम से लगाया जा रहा है, वो भी पूरी व्यवस्था और रणनीति के साथ।

7 साल से लगातार सक्रिय, रोजाना 2 से 8 करोड़ का अनुमानित खेल
स्थानीय सूत्रों और पड़तालों के अनुसार, राजिम, गरियाबंद, धमतरी और रायपुर के ग्रामीण और आउटर इलाकों में यह फड़ रात 8 बजे से तड़के 3 बजे तक सक्रिय रहते हैं। हर रात करीब 200 से अधिक जुआरी अलग-अलग स्थानों पर दांव लगाते हैं। एक फड़ में हारने वालों के लिए उधार देने वाले फाइनेंसर भी मौजूद होते हैं जो मोटे ब्याज पर रकम देते हैं।
जमीनी पड़ताल: खुले मैदान, सोलर लाइट और सघन गतिविधियां
एक विशेष जांच में सामने आया कि राजिम के महानदी रिवर किनारे स्थित श्मशान घाट के पास खुले मैदान में रात के अंधेरे में फड़ जमाया जाता है। वहां सोलर लाइट, बैठने की कुर्सियां, टेंट और सुरक्षा टीम तक मौजूद रहती है। एक संगठित मॉडल के तहत यह संचालन किया जाता है जहां वाहनों को सुरक्षित जगह खड़ा करने के बाद बाइकर्स की टीम जुआरियों को अंदर तक पहुंचाती है।
पार्षद पत्नी और राजनीतिक समीकरण
छोटू भांडुलकर की पत्नी संध्या राव भांडुलकर, वर्तमान में नगर पालिका राजिम में पार्षद हैं। राजनीतिक रूप से सक्रिय इस परिवार पर यह भी आरोप लगते हैं कि पार्षद चुनाव में धनबल और नेटवर्क का व्यापक इस्तेमाल किया गया। अब चर्चा यह भी है कि आगामी विधानसभा चुनाव में संभावित दावेदारी की तैयारियां भी चल रही हैं।
50 से अधिक आपराधिक मामले, फिर भी मजबूत नेटवर्क ?
छोटू भांडुलकर पर हत्या, लूट, डकैती, NDPS एक्ट, रासुका, अवैध कब्जा जैसे 50 से अधिक संगीन आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। वह कई बार जेल भी जा चुका है। इसके बावजूद उसका नेटवर्क दिनों-दिन और व्यापक होता जा रहा है। इसके पीछे उसके प्रशासनिक जान-पहचान, स्थानीय प्रभाव और संगठित रणनीति को कारण माना जा रहा है।
प्रदेश भर से आते हैं खिलाड़ी, हर सुविधा उपलब्ध
इस नेटवर्क की पहुंच इतनी गहरी है कि बिलासपुर, जांजगीर, भिलाई, कोरबा, राजनांदगांव, बागबाहरा, महासमुंद और राजधानी रायपुर जैसे क्षेत्रों से भी खिलाड़ी नियमित तौर पर पहुंचते हैं। जुआरियों के लिए खाना, नाश्ता, सिगरेट, गुटखा, शराब, नॉनवेज जैसी चीजों की अलग से व्यवस्था रहती है, जो खास लड़कों की टीम संभालती है।
बेटा आदित्य राव उर्फ बाबू भी सक्रिय
सूत्रों के अनुसार, छोटू भांडुलकर का बेटा आदित्य राव उर्फ बाबू भी फड़ कारोबार का हिस्सा बन चुका है। पहले अवैध रेत खनन में शामिल रहा बाबू अब जुए के नेटवर्क में पार्टनर के तौर पर भूमिका निभा रहा है। बताया गया है कि रेत कारोबार में डूबे पैसों की वसूली के लिए कई व्यापारियों ने संपर्क किया, लेकिन कथित रूप से उनकी गाड़ियां जब्त करवाई गईं।
जुए जैसी गतिविधियां सामाजिक ताने-बाने और आर्थिक संरचना पर सीधा प्रभाव डालती हैं। ऐसे में प्रशासन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। कई क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा समय-समय पर सघन निगरानी और कार्रवाई की पहल की गई है, परंतु कुछ मामले संगठित संरचना के कारण सामने नहीं आ पाते। ऐसी स्थितियों में स्थानीय शिकायतों, वीडियोज और प्रत्यक्ष साक्ष्यों के आधार पर व्यापक जांच की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
📌 संक्षेप तथ्य :
नाम: छोटू भांडुलकर
क्षेत्र: राजिम, गरियाबंद
सक्रिय जिले: रायपुर, धमतरी, गरियाबंद
प्रमुख गतिविधि: संगठित जुआ फड़ संचालन
आपराधिक रिकॉर्ड: हत्या, लूट, रासुका, NDPS एक्ट, डकैती, अवैध कब्जा
राजनीतिक संबंध: पार्षद पत्नी, संभावित विधानसभा दावेदारी
अनुमानित कारोबार: 2 से 8 करोड़ रु प्रतिदिन
लॉजिस्टिक्स: फाइनेंसर, सुरक्षा गार्ड, बाइकर्स, टेंट, सोलर लाइट
नोट: उपरोक्त जानकारी विभिन्न स्थानीय स्रोतों, प्रत्यक्षदर्शियों और वीडियो स्टिंग के आधार पर तैयार की गई है। संबंधित प्रशासनिक एजेंसियों द्वारा पुष्टि उपरांत ही अंतिम निर्णय या कार्रवाई की उम्मीद की जाती है।