ग्राम पंचायत नगदा में भ्रष्टाचार का मामला: ग्रामीणों ने लगाए आरोप, कहा- 5 माह पहले बना तालाब फूटा, पुराने को नया दिखाकर निकाले 14 लाख 75 हजार रुपए

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छतरपुर (मध्य प्रदेश)4 मिनट पहले

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जावर जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत नगदा में करीब 5 माह पहले ही बनाया गया अमृत सरोवर तालाब फूट गया है। तालाब के फूट जाने से भरा हुआ पानी निकल गया। अब ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत पर गंभीर अनियमितता करने के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि पुराने तालाब को नया दिखाकर 14 लाख 75 हजार रुपए का शासन को चूना लगाया गया है।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नगदा ग्राम पंचायत के गांव चपनेर में रांझी नाला के ऊपर दिखाया गया अमृत सरोवर तालाब पुराने तालाब के ऊपर मामूली मिट्टी डालकर नया निर्माण दिखा दिया। इसे दिखाकर करीब 14 लाख 75 हजार रुपए निकाल लिए गए। गांव के रामदत्त चौबे, भूरा गौड़, मोहन, लखन , रामस्वरूप गौड़, रामचरण गौड़, ब्रज किशोर चौबे, राम प्रसाद गौड़ सहित अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुराना तालाब करीब 8 फीट गहरा था। उसी तालाब के ऊपर मात्र 2 फीट मिट्टी डाली गई। इतना ही नहीं नया निर्माण भी नहीं किया गया। साथ ही यह काम मजदूरों की बजाय जेसीबी मशीन से करवा कर राशि में गोलमाल कर दिया गया।

शासन को लग रहा लाखों का चूना
रामदत्त चौबे का आरोप है कि पंचायत के कामों में व्यापक गड़बड़ी हुई है। जनपद पंचायत के उपयंत्री मौके पर कभी निरीक्षण नहीं करते और कार्य एजेंसी मनमाने तरीके से काम कर रुपए हड़प लेती है, जिससे शासन को लाखों रुपए का चूना लग रहा है।

ग्रामीणों ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्र में होने वाले निर्माण में तकनीक और मापदंडों की अनदेखी की गई है, इनका जिम्मेदार कभी निरीक्षण तक नहीं करते। उपयंत्री की मिलीभगत से व्यापक धांधली होती है। ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष और दूसरे विभाग के अधिकारियों से जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही न्याय नहीं मिलने पर जन आंदोलन करने की बात कही है।वहीं ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले की शिकायत किए जाने की जानकारी मिलते ही दोषी कर्मचारी अब तालाब को फिर से ठीक करवाने में जुट गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इसके जिम्मेदार उपयंत्री, सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक हैं।

जांच करवाकर करेंगे कड़ी कार्रवाई- सीईओ
तालाब की निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत है। गुणवत्ता हीन निर्माण काम होने से तालाब फूट गया। साथ ही पुराने तालाब को नया दिखाए जाने का आरोप भी गंभीर है। इस मामले में जनपद पंचायत सीईओ अखिलेश उपाध्याय ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जिम्मेदारों से धनराशि की रिकवरी की जाएगी। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तालाब भी दुरुस्त करवाया जाएगा।

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