जन समस्या निवारण शिविर: रामबाई कलेक्टर से बोलीं- ढोर… आंखें फूटीं हैं क्या कलेक्टर बोले- व्यवहार गलत; एफआईआर दर्ज

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दमोह39 मिनट पहले
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कलेक्टर के सामने भड़कती विधायक।
ग्रामीणों को साथ लेकर समस्याएं सुनाने के लिए कलेक्टर के पास पहुंचीं पथरिया की बसपा विधायक रामबाई ने कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य को खरी-खोटी सुना दी। यहां तक कि उन्होंने…कलेक्टर को ढोर और बदतमीज जैसे अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि…आंखें फूटीं हैं क्या…बेवकूफ कहीं के। अक्ल नहीं है…नेतागिरी की भाषा बोलते हो कलेक्टर होकर। इस बीच तुरंत कलेक्टर चेंबर में चले गए। इस मामले में अभद्र व्यवहार करने और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने पर कोतवाली पुलिस ने देर रात 10:30 बजे पथरिया विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
बता दें कि शासन की ओर से शुक्रवार को नरसिंहगढ़ में जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन रखा गया था, लेकिन इसमें ज्यादा अधिकारी नहीं पहुंचे। जबकि ग्रामीण समस्याएं लेकर पहुंच गए। काफी देर इंतजार के बाद जब अधिकारी नहीं आए तो इस बात की सूचना पथरिया विधायक रामबाई को लगी। वे तुरंत ग्रामीण महिलाओं को अपने साथ लेकर कलेक्टोरेट पहुंच गईं। उन्होंने पहले कलेक्टर को सूचना भिजवाई और उसके बाद कलेक्टर काे बाहर आने के लिए कहा। जैसे ही कलेक्टर बाहर आए, विधायक ने महिलाओं की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। इस बीच कलेक्टर बार-बार जाति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड और वृद्धावस्था पेंशन के दस्तावेज जांच कराने की बात कह रहे थे। इस बात पर विधायक रामबाई भड़क गईं, उन्होंने कलेक्टर को खारी खोटी सुनाना चालू कर दिया।
कोतवाली टीआई विजय सिंह राजपूत ने बताया कि देर रात कलेक्टर कार्यालय से आवेदन मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने बताया कि पथरिया विधायक रामबाई के खिलाफ धारा 353,294, 506 बी, 186 सहित अनेक धाराओं में मामला दर्ज हुआ है।
इसलिए भड़की विधायक, पढ़िए संवाद…
- रामबाई सिंह: मुख्यमंत्री जी सुबह 8 बजे से उठकर कलेक्टरों अधिकारियों की मीटिंग लेते हैं, आप शिविर लगवा रहे, आप अपने पथरिया के सीईओ से पूछिए आपके अधिकारी कभी जनपद में जाते हैं, कभी नहीं जाते, इन गरीब महिलाओं की 15 साल से पेंशन नहीं मिल रही
- कलेक्टर: प्रावधान होंगे तो देख लूंगा, मैं चैक करा लेता हूं
- रामबाई: चैक नहीं कर लेते पहले आप कलेक्टर का कर्तव्य बताइए, आपका कर्तव्य क्या है
- कलेक्टर: ठीक है मैं चैक करा लूंगा
- रामबाई: क्या चेक करा लूंगा 15 साल में चेक नहीं करा पाए, आपका कर्तव्य क्या है पहले ये बताइए, आप नियम की बातें मत किया करो मुझसे
- कलेक्टर: मैं चैक करा लेता हूं
- रामबाई: शिविर किस लिए लगाया
- कलेक्टर: शिविर इसलिए लगाया जिसकी पात्रता है वो छूटे न
- रामबाई: पात्रता इनकी है तो कहां जाएं, कौन देखेगा
- कलेक्टर: मैं देखूंगा, जिसकी पात्रता बनती है, अभी यदि पात्रता बनती है तो मैं चैक करा लेता हूं
- रामबाई: अरे आंखें फूटी हैं क्या, चेक कराने की बात करते हो कलेक्टर हो कि ढोर हो बेवकूफ आदमी, क्यों कलेक्टर की कुर्सी पर बैठते हो अपने घर जाकर बैठो साले, बदतमीज, क्या ये कलेक्टर है या बेवकूफ है।
- कलेक्टर: जी बोलते हुए चैंबर के अंदर चले गए।
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