आदिवासी परिवार के धरने से हरकत में आया प्रशासन: नीमच में पटवारी के भाई के कब्जे से मुक्त कराई जमीन, 3 हजार के लिए गिरवी रखी थी

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नीमच17 मिनट पहले
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सिंगोली तहसील अंर्तगत आने वाले गाव काकरिया तलाई निवासी आदिवासी परिवार न्याय की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में परिवार सहित धरने पर बैठा था। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले में संज्ञान लेते हुए रतनगढ़ तहसीलदार और प्रशासनिक अमला को निर्देशित किया।
जिस पर पर नायब तहसीलदार मोनिका जैन, पटवारी और गिरदावर के साथ पुलिस फोर्स लेकर अधिकारी मौके पर पहुंचे। जहां जेसीबी की सहायता से आदिवासी परिवार की जमीन को अतिक्रमणकर्ता के कब्जे से मुक्त करवाया गया। आदिवासी परिवार ने अपनी जमीन दिलाने की मांग को लेकर जैसे ही कलेक्ट्रेट कार्यालय में धरना शुरू किया तो वरिष्ठ अधिकारियों के मामला संज्ञान में आया, तब रतनगढ़ प्रशासन व पुलिस अधिकारी हरकत में आए और तुरंत मौके पर पहुंचकर अतिक्रमणकर्ता के कब्जे से आदिवासी परिवार की जमीन को मुक्त करवाया।


बताया जा रहा है कि प्रशासन ने 5 बीघा जमीन को अतिक्रमण कर्ता के कब्जे से मुक्त करवाया है। ज्ञात हो कि सिंगोली तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम काकरिया तलाई निवासी नंदलाल पिता गुलाबचंद भील और बसंती बाई पति मोहन लाल भील ने शासकीय पट्टे की भूमि को पटवारी बालकिशन धाकड़ के भाई प्रकाश पिता घीसालाल धाकड़ के समक्ष बीमारी के चलते 3 हजार रूपए लेकर गिरवी रखी थी। जिसके बाद प्रकाश धाकड़ द्वारा उपरोक्त भूमि पर कब्जा कर लिया गया और आदिवासी परिवार से रुपयों की मांग की जा रही थी।
इस मामले को लेकर पीड़ित आदिवासी परिवार शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय में धरने पर बैठा था। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए पीड़ितों की जमीन को प्रकाश धाकड़ के कब्जे से मुक्त कराया।
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