माओवाद को जड़ से खत्म कर लेंगे दम – सीएम साय

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – माओवादी खून खराबे और आतंक के पक्षधर हैं , हम विकास और सद्भाव के लिये काम कर रहे हैं। अब बस्तर की तस्वीर तेजी से बदल रही है। जहां कभी गोलियों की गूंज थी , वहां अब विकास का शंखनाद सुनाई देता है। जहां कभी बेकारी और लाचारी थी , वहीं इस जिले के ग्रामीण युवाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
हम हमारे शहीद जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने देंगे और माओवाद को जड़ से खत्म करके ही दम लेंगे।
उक्त बातें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल बचेली में आयोजित विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में विकास का पहिया तेजी से घूम रहा है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपनों को साकार करने के लिये हम विजन 2047 छत्तीसगढ़ के अंतर्गत विकासशील छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
सीएम साय ने कहा कि आज दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल , बड़े बचेली में हमने 160 करोड़ रूपये के 501 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इनमें 49 करोड़ रूपये के 367 कार्यों का लोकार्पण और 112 करोड़ रूपये के 134 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। साथ ही इस मौके पर हमने 114 करोड़ रूपये के हितग्राही मूलक कार्यों का चेक और सामग्री का वितरण भी कर रहे हैं। आज जिन बड़े विकास कार्यों का लोकार्पण हुआ है , उनमें गीदम ब्लाक के छिन्दनार से बड़ेकरका मार्ग पर 33 करोड़ रूपये का पुल , जिले के सभी विकासखंडों में एक करोड़ रूपये से बने पुल-पुलिया , गीदम , कुआकोंडा , कटेकल्याण मार्ग का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण शामिल है। इसके अलावा मोर मकान-मोर आवास के अंतर्गत सवा सात करोड़ रूपये की लागत से 321 हितग्राहियों के लिये बने पक्के मकानों की चाबी भी हमने सौंपी है।
जलावर्धन और जलशोधन संयंत्र स्थापना के लिये किरंदुल में करीब 45 करोड़ और बारसूर में 15 करोड़ , दंतेवाड़ा में अंतर्राज्यीय बस स्टैंड और दंतेवाड़ा जिले के सभी विकासखंडों में आश्रम भवन निर्माण कार्यों के लिये हमने अभी भूमिपूजन किया है।मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आप सबको पता है कि हमारी सरकार ने सुशासन के एक साल पूरे कर लिये हैं , इस एक साल के दौरान मोदी जी की गारंटी को हमने पूरी गारंटी के साथ पूरा किया है। हमारी सरकार ने पहली बार बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया जिसमें करीब 01 लाख 65 हजार लोगों ने भाग लिया। इस आयोजन की सराहना यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में भी की। हमारी सरकार गांव-गरीब और किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को हमारी सरकार चार हजार रुपये से बढ़ाकर साढ़े पांच हजार रुपये प्रति मानक बोरा दे रही है। इससे वनवासियों के जीवन स्तर में बदलाव दिखने लगा है। नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत जिले के चिन्हित सभी 765 किसानों को 48 लाख रूपये का पावर स्प्रेयर , 01 करोड़ 70 लाख रूपये की लागत से पॉवर ट्रिलर जल्द ही वितरण करने की तैयारी कृषि विभाग ने की है। नियद नेल्लानार योजना के तहत 1200 परिवारों को निःशुल्क मोबाइल फोन का वितरण किया जा रहा है। इससे दूरस्थ अंचल के ग्रामीण मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। सुदूर अंचल के क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा सुनिश्चित करने के लिये जन सुविधा एक्सप्रेस अभियान के तहत करीब चार करोड़ रूपये की लागत से 37 वाहन महिला समूहों और युवा संगठनों के माध्यम से संचालित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां माता-बहनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति है। यह इस बात का प्रमाण है कि इनके खाते में हर महीने एक-एक हजार रूपये सांय-सांय जा रहा है। अभी हाल ही में हमने इस साल के पहले दिन ही माता-बहनों के खाते में रूपये जमा कराया , इससे महिला सशक्तिकरण को बल मिला है। सीएम साय ने कहा कि हमारी सरकार गांव-गरीब और किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने अंत्योदय के विकास का जो सपना देखा था। उसे हम सब मिलकर पूरा करने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि कोई भी भारतीय खुले आसमान के नीचे नहीं सोयेगा। हर नागरिक का पक्का मकान होगा। इसी कड़ी में हमारी सरकार बनते ही हमने 18 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 03 लाख 88 हजार आवासों की स्वीकृति पुनः प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने आवास प्लस का जिक्र करते हुये कहा कि वर्ष 2024 में बहुत से लोग आवास योजना के लाभान्वित होने से वंचित हुये थे इसके साथ ही वाहन , आय और भूमि संबंधी अन्य संसाधनों होने के साथ ही वे आवास योजना के दायरे से बाहर में थे उनके लिये आवास प्लस योजना के तहत सर्वे कार्य प्रारंभ किया गया हैं और शीघ्र ही उन्हें सूची में जोड़ा जायेगा।
उन्होंने बताया कि वहीं 2.5 एकड़ सिंचित एवं पांच एकड़ असिंचित भूमि वाले किसान भी आवास योजना के लाभार्थी होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार शिक्षा , स्वास्थ्य , सिंचाई संसाधन और सड़कों के रखरखाव पर फोकस करते हुये अंतिम छोर के व्यक्ति तक सुशासन पहुंचाने प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि दन्तेवाड़ा जिला खनिज सम्पदा और जैविक कृषि में अग्रणी जिला है। अतः क्षेत्र के सर्वांगीण विकास हेतु राज्य शासन प्रतिबद्ध है। शीघ्र ही जिले में वन्य प्राणी के संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से ’’जू पार्क” (चिड़ियाघर ) का निर्माण भी किया जायेगा। इसके अलावा जैविक कृषि को महत्व देने के लिये सभी लेम्पस और राशन दुकानों में जैविक खाद उपलब्ध किए जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने दान-पुण्य के महापर्व छेरछेरा और मकर संक्रांति की सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी। वहीं वनमंत्री केदार कश्यप ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये अपने संबोधन में कहा कि सरकार के एक वर्ष के नेतृत्व में दन्तेवाड़ा जिला प्रगति के पथ पर अग्रसर है । जिले में कई योजनायें संचालित किये जा रही है जो राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मिसाल साबित होगी। आमसभा में सांसद बस्तर महेश कश्यप एवं क्षेत्र के विधायक चैतराम अटामी द्वारा भी जिले के विकास कार्यो पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर डीआईजी कमलोचन कश्यप , कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी , एसपी गौरव राय , डीएफओ सागर जाधव तथा जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।