नर्मदा अस्पताल की नर्स ने की सुसाइड: ड्यूटी के बाद हॉस्टल पहुंची, एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर दी जान

[ad_1]

भोपाल42 मिनट पहले

भोपाल के नर्मदा अस्पताल की नर्स ने आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके पर एन्स्थीसिया का इंजेक्शन, सिरिंग-सेट मिला है। आशंका है कि नर्स ने एन्स्थीसिया इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर जान दी है। घटना स्थल पर सुसाइड नोट नहीं मिला है। रविवार को उसका पीएम हुआ। पिता ने बेटी की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इधर, पुलिस का पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

एएसआई बीपी विश्वकर्मा ने बताया कि मूलत: नर्मदापुरम (होशंगाबाद) की रहने वाली विशाखा कहार (25) पुत्री उमेश कहार अरेरा कॉलोनी में संचालित नर्मदा अस्पताल में नर्स थी। वह अस्पताल के सामने बने हॉस्टल में ही रहती थी। शनिवार रात करीब साढ़े 9 बजे उसके बगल के रूम में रहने वाली नर्स पूजा ने देखा कि विशाखा बेसुध हालत में पड़ी है। उसने तुरंत ही अस्पताल प्रबंधन व पुलिस को सूचना दी सूचना पर पहुंची पुलिस को रूम से एक इंजेक्शन और दवाई की शीशी मिली। कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नही मिला प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह का असल कारण का पता चल पाएगा। एएसआई बीपी सिंह ने बताया कि पूजा के अभी बयान नहीं हो सके हैं। इसलिए अभी यह जानकारी नहीं कि विशाखा के रूम का दरवाजा बंद था याकी खुला था।

रात 8 बजे तक ड्यूटी पर थी
विशाखा के पिता उमेश कहार ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक शनिवार रात 8 बजे तक बेटी ड्यूटी पर थी। हमें देर रात सूचना मिली की लड़की कि तबियत खराब है। उसे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। आप जल्दी आ जाइए। रात के वक्त गाड़ी न मिलने की वजह से हमें पहुंचने में थोड़ा देर हो गई। जब हम अस्पताल पहुंचे तो विशाखा मृत मिली। पिता का कहना है लड़की बहादुर थी। हर बात को वह घर में बताती थी। अगर किसी तरह की दिक्कत होती तो जरूर बताती, लेकिन कुछ नहीं बताया। हमें बेटी की मौत पर संदेह है। हमें निष्पक्ष जांच चाहिए।

परिजनों ने जताया संदेह
विशाखा के परिजनों का कहना कि दो साल से नर्मदा अस्पताल में काम रही है, कभी उसका किसी से कोई लड़ाई झगड़ा नहीं हुआ। अगर कुछ होता तो जरूर बताती। ऐसे तो रोज घर पर बात करती थी लेकिन कल कोई कॉल नही आया। जबकि 18 नवंबर को बात हुई थी लेकिन एक दम ठीक थी। अभी 15 नवंबर को बेटी का जन्मदिन था घर आने को कहा गया तो काम की बात कहकर आने को मना कर दी। परिजनों का आरोप है दरवाजा तोड़ने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। अगर कुछ अनहोनी लग रही थी तो पुलिस के सामने दरवाजा खोलना था। लड़की के मोबाइल की जांच करें उससे कुछ पता चल सकता है।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button