Chhattisgarh

अव्यवस्था की भेंट चढ़ा जिला अस्पताल, नायलान रस्सी से हो रही शव की सिलाई

बिलासपुर, 04 अक्टूबर। जिला अस्पताल में अव्यवस्था की भेंट शव भी चढ़ रहे हैं। मौत के बाद जिन मामलों में पीएम हो रहा है, उनके शव को सिलने के लिए सिल्क व काटन के धागे नहीं हैं, ऐसे में पीएम के बाद शव की सिलाई नायलान की रस्सी से की जा रही है। इसे लेकर कई बार स्वजन विरोध भी दर्ज करा चुके हैं। इसके बाद भी प्रबंधन शव सिलाई के लिए मानक धागे उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। इसके चलते कर्मचारी नायलान रस्सी से ही शव सिलने मजबूर हैं। अस्पताल में ये हालात महीनों से है।

शवगृह में जब भी किसी का पीएम होता है, उसके बाद बाडी को अच्छे से सिलाई कर स्वजन को दिया जाता है, ताकि शरीर को देखने वाले विचलित न हो। साथ ही शरीर का कोई संक्रमण व वायरस बाहर न आ सके। ऐसे में शव की सिलाई के लिए विशेष प्रकार के सिल्क व काटन धागे का उपयोग किया जाता है, लेकिन जिला अस्पताल में बीते कुछ महीने से इसे लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि शव को सिलने वाला धागा खत्म हो चुका है। इसके बाद भी सिलाई के लिए मापदंड के अनुरूप धागे मंगवाने को लेकर प्रबंधन रुचि नहीं दिखा रहा है, जबकि जिला अस्पताल में रोजाना औसतन दो से तीन पीएम हो जाते हैं। ऐसे में शवग्रह के कर्मचारियों व पीएम करने वाले चिकित्सकों ने इसकी जानकारी भी प्रबंधन को दी है , लेकिन इसके बाद भी धागा नहीं मंगाया जा रहा है। विवश होकर शवगृह के कर्मियो को पीएम की प्रक्रिया पूरी करने के बाद नायलान रस्सी से शव सिलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

अक्सर जब स्वजन शव को देखते हैं और जैसे ही उनकी नजर नायलान रस्सी पर पड़ती है, वैसे ही वे उग्र हो जाते हैं और इसका विरोध करते हैं। कई बार इसे लेकर हंगामा भी हो चुका है, पर शव के अंतिम संस्कार की जल्दी की वजह से स्वजन अस्पताल प्रबंधन को कोसते हुए चले जाते हैं।

जिम्मेदार नहीं उठा रहे फोन

इस मामले की जानकारी लेने के लिए जब जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा़ अनिल गुप्ता से फोन में संपर्क किया गया था, उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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