रिटेल निवेशकों को निफ्टी50 इंडेक्स से जुड़े भारतीय शेयर बाज़ार में निवेश के अवसर दे रहा स्बेरबैंक

भोपाल, दिसंबर 2025 । रूस के सबसे बड़े बैंक स्बेरबैंक और जेएससी फर्स्ट एसेट मैनेजमेंट ने एक नया म्यूचुअल फंड ‘फर्स्ट–इंडिया’ लॉन्च किया है। यह फंड भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी50 (एनएसईआई) पर आधारित है, जिसमें देश की टॉप 50 कंपनियों के शेयर्स शामिल होते हैं। इस फंड के जरिए रूस के रिटेल निवेशकों को भारत के शेयर बाज़ार में प्रत्यक्ष हिस्सेदारी का मौका मिलेगा। यह लॉन्च एनएसई में आयोजित एक कार्यक्रम में स्बेरबैंक के सीईओ और एग्जीक्यूटिव बोर्ड के चेयरमैन हरमन ग्रेफ द्वारा उनकी भारत यात्रा के दौरान किया गया।
निफ्टी50 दुनिया भर के बाज़ार निवेशकों में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले इक्विटी इंडेक्स में से एक है। इसमें एनएसई में सूचीबद्ध 50 बड़ी और बेहद सक्रिय कंपनियों के शेयर्स शामिल हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के 15 अलग-अलग सेक्टर्स का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत में निफ्टी50 को ट्रैक करने वाले 45 से ज्यादा पैसिव फंड्स मौजूद हैं, जबकि भारत के बाहर ऐसे 22 पैसिव फंड्स ही चलते हैं। निफ्टी50 इंडेक्स साल 1996 में शुरू हुआ था और 22 अप्रैल, 2026 को इसके 30 साल पूर्ण हो जाएँगे।
अशीष कुमार चौहान, एमडी और सीईओ, एनएसई, ने कहा “हमें खुशी है कि हम स्बेरबैंक को निफ्टी50 से जुड़े इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन्स लॉन्च करने में सहयोग दे रहे हैं, जो पूँजी के प्रवाह को मजबूत करेंगे और रूस के निवेशकों के लिए भारत की इक्विटी ग्रोथ को एक भरोसेमंद बेंचमार्क के जरिए खोलेंगे। यह पहल भारत के बाज़ारों में मजबूत विश्वास को दर्शाती है और भारत एवं रूस की वित्तीय साझेदारी को और गहरा बनाती है। एनएसई स्बेरबैंक के साथ मिलकर बाज़ार कनेक्टिविटी बढ़ाने, नियमों और निवेशक-सुरक्षा मानकों को बनाए रखने और इन प्रोडक्ट्स के लिए लिक्विडिटी व पारदर्शिता तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि दोनों देशों के निवेशकों को नए अवसर मिल सकें।”
हरमन ग्रेफ, सीईओ और चेयरमैन- एग्जीक्यूटिव बोर्ड, स्बेरबैंक, ने कहा , “इस बार दक्षिण एशिया की ओर बढ़ते हुए, हम रूस के ग्राहकों के लिए निवेश के नए अवसर पेश कर रहे हैं। हमारा नया प्रोडक्ट भारतीय शेयर बाज़ार जैसे दुनिया के प्रमुख आर्थिक बाज़ारों में आसान तरीके से निवेश का मौका देता है। अब तक रूसी निवेशकों के पास भारतीय परिसंपत्तियों में व्यक्तिगत निवेश के सरल विकल्प उपलब्ध नहीं थे, लेकिन हमने दोनों देशों के बीच एक नया और प्रभावी वित्तीय मंच पेश किया है।”




