दुर्ग पुलिस ने धान खरीदी सीजन में किसानों को किया सतर्क, पूरे जिले में जागरूकता अभियान तेज

दुर्ग, 16 नवंबर। धान खरीदी सीजन के दौरान किसानों की आर्थिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए दुर्ग पुलिस ने व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस अधीक्षक दुर्ग ने किसानों से अपील की है कि इस अवधि में वे विशेष रूप से सतर्क रहें, क्योंकि इसी समय उठाई गिरोह और साइबर ठग सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में जागरूकता पोस्टर लगाए जा रहे हैं और लोगों से इस संदेश को अधिक से अधिक किसानों तक पहुँचाने की अपील की गई है।
धान खरीदी सीजन में किसानों के बैंक खातों में बड़ी राशि आती है, जिसके चलते उनके साथ धोखाधड़ी और अपराध की आशंका बढ़ जाती है। इसी को देखते हुए दुर्ग पुलिस ने किसानों को आर्थिक सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
पुलिस ने कहा कि बैंक में लेन-देन करते समय केवल अधिकृत कर्मचारियों से ही मदद लें और किसी भी अनजान व्यक्ति से दूरी बनाए रखें। पैसे निकालने के बाद नोटों की गिनती हमेशा बैंक के अंदर ही करें तथा बाहर किसी भी स्थिति में पैसा प्रदर्शित न करें। बैंक से आते-जाते समय पैसों को सुरक्षित बैग में रखें और कोशिश करें कि किसी भरोसेमंद व्यक्ति को साथ लेकर जाएं।
यदि किसी को संदेह हो कि कोई उनका पीछा कर रहा है या संदिग्ध रूप से देख रहा है, तो सीधे घर न जाकर नजदीकी पुलिस स्टेशन या कंट्रोल रूम 9479192099/112 पर संपर्क करने की अपील की गई है। पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि नकदी को गाड़ी की डिक्की में न रखें, क्योंकि अपराधी ऐसे मौकों पर आसानी से डिक्की का ताला तोड़कर पैसे चुरा लेते हैं।

साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए दुर्ग पुलिस ने किसानों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रखने और किसी को भी ATM नंबर, PIN, पासवर्ड या OTP न बताने की सलाह दी है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि बैंक कभी भी फोन पर OTP या गोपनीय जानकारी नहीं मांगता। अनजान लिंक, लॉटरी, बीमा या पुरस्कार वाले संदेशों पर क्लिक न करें, क्योंकि इससे मोबाइल और बैंक खाते हैक होने का खतरा बढ़ जाता है।
सोशल मीडिया पर आने वाले फर्जी लिंक, ऐप और बैंकिंग से जुड़े संदेशों से भी दूर रहने की हिदायत दी गई है। KYC अपडेट के नाम पर आने वाली कॉल और मैसेज को पूरी तरह धोखाधड़ी बताया गया है और ऐसी स्थिति में केवल बैंक शाखा में जाकर ही KYC कराने की सलाह दी गई है। पुलिस ने बताया कि अब अपराधी AI की मदद से लोगों की आवाज़ की नकली रिकॉर्डिंग बनाकर भी ठगी कर रहे हैं, इसलिए सिर्फ आवाज़ सुनकर किसी पर भरोसा न करें।
इसके अलावा ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ जैसी नवीन धोखाधड़ी से भी सतर्क रहने को कहा गया है, जिसमें अपराधी खुद को पुलिस या CBI अधिकारी बताकर ऑनलाइन पैसे जमा करवाने का दबाव बनाते हैं। दुर्ग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि असली पुलिस कभी भी फोन पर गिरफ्तारी नहीं करती।
किसानों को यह भी सलाह दी गई है कि अपने बैंक खाते और लेन-देन की जानकारी किसी से साझा न करें। कई अपराधी फर्जी कस्टमर केयर बनकर भी धोखाधड़ी करते हैं, इसलिए किसी भी नंबर पर कॉल करने से पहले उसकी आधिकारिकता की पुष्टि करें।
दुर्ग पुलिस ने कहा है कि जागरूक किसान ही सुरक्षित किसान हैं। धान खरीदी सीजन में सतर्कता ही आर्थिक सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है। पुलिस ने किसानों से अनुरोध किया है कि किसी भी संदिग्ध स्थिति की तुरंत जानकारी पुलिस को दें और दूसरों को भी जागरूक करें।




