तीन बच्चों के धर्म परिवर्तन का मामला: शिशु गृह संचालक ने आधार कार्ड पर बदलवाए नाम, राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष ने FIR के निर्देश

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रायसेन14 मिनट पहले
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के शिशु गृह में 3 नाबालिग बच्चों के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। जिन बच्चों का धर्म बदला गया है उनकी उम्र 4 से 6 साल के बीच है। इसमें दो लड़की और एक लड़का है। शिशु गृह के संचालक ने आधार कार्ड पर भी बच्चों का नाम बदल दिया था। इस मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट भी किया। वे खुद निरीक्षण करने रायसेन जिले के गोहरगंज स्थित नवजीवन सामाजिक संस्था एनजीओ के शिशु गृह पहुंचे।
जानकारी के अनुसार, इस शिशु गृह में 5 बच्चे रहते हैं। जिनमें से तीन सगे भाई बहनों से बाल आयोग के अध्यक्ष ने पूछताछ की। इस दौरान उनके आधार कार्ड में उनका नाम परिवर्तित होना पाया गया। इस पर उन्होंने संचालक हसीन परवेज को जमकर फटकार लगाते हुए शिशु गृह के सभी दस्तावेज जब्त करने के निर्देश दिए।
साथ ही महिला बाल विकास को जांच कर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। प्रियंक कानूनगो ने बताया कि उनको गोपनिय तरीके से इस शिशु गृह की सूचना थी कि यहां पर बच्चों को धर्म परिवर्तन किया गया है। इस पर शनिवार को उन्होंने निरीक्षण कर पूरे मामले का खुलासा किया।
प्रकरण पर एक नजर
नाबालिग शाहरुख, सुहाना और रुकसाना (नया नाम) के पिता मंडीदीप में किसी फैक्ट्री में गार्ड का काम करते है। उनकी मां उनके साथ नहीं रहती। वह अपने बच्चों को लेकर भोपाल चली गई। यहां पर वह ताजुल मस्जिद के पास किसी मुस्लिम फकीर के साथ भीख मांगने का काम करने लगी। उसने अपने बच्चों का नाम फकीर के साथ मिलकर शाहरुख, सुहाना और रुकसाना कर दिया। इसके बाद मां से बच्चे बिछड़ गए।
भोपाल की मातृ-छाया संस्था (एनजीओ) को बच्चे लावारिस नजर आए। उन्होंने बच्चों को बाल कल्याण समिति भोपाल के समक्ष पेश किया, चूंकि मामला रायसेन जिले का था तो बाल कल्याण समिति भोपाल ने यह प्रकरण रायसेन बाल कल्याण समिति के पास स्थानांतरित कर दिया। बाल कल्याण समिति रायसेन में उन बच्चों को गोदी शिशु गृह गोहरगंज को परिवार में पुनर्वासित करने तक के लिए सौंप दिया।
महिला बाल विकास विभाग ने बच्चों की एसआईआर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। जांच करने पर पता चला कि बच्चों के माता-पिता हिंदू हैं। बावजूद इसके शिशु ग्रह संचालक हसीन परवेज ने उनका नाम परिवर्तित ना करा कर स्कूल और आधार कार्ड पर उनका नाम मुस्लिम ही अंकित करा दिया। इसी को लेकर बाल आयोग ने हसीन परवेज को इस मामले में आरोपी बनाया है।

राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष ने धर्म परिवर्तन के मामले में किया ट्वीट।
सीडब्ल्यूसी के आदेश के बाद बदल सकते है नाम
इस संबंध में शिशु ग्रह के संचालक हसीन परवेज का कहना है कि जो भी यहां बच्चा आता है। वह बाल कल्याण समिति से बच्चा सीधे नहीं आता। यह तीनों बच्चे भोपाल में 8 महीने रह कर आए थे। मातृछाया भोपाल संस्था में वहां से ट्रांसफर होकर यह बच्चे हमारे यहां ट्रांसफर हुए हैं। रायसेन जिले की सीडब्ल्यूसी ने जो आदेश दिए हैं वही नाम संस्था में रखा जाएगा। सीडब्ल्यूसी के आदेश पर ही बच्चों का नाम संस्था में रखा गया है। हम जब तक नाम नहीं बदल सकते जब तक सीडब्ल्यूसी आदेश नहीं दे।
भारत के संविधान का उल्लंघन- राष्ट्रीय बाल आयोग अध्यक्ष
इस मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो का कहना है कि लगभग 2 साल पहले एक परिवार के तीन भाई बहन गोहरगंज के एक शिशु गृह में लाकर रखा गया। इस शिशु गृह के संचालक ने उन बच्चों का नाम और धर्म परिवर्तित कर लिख दिया। इस शिकायत की जांच के लिए हमने औचक निरीक्षण किया, तो बच्चों ने बताया कि उनके माता-पिता हिंदू हैं। उनके जो पुराने नाम थे वह हिंदू थे। बाद में उनके आधार कार्ड मुस्लिम नामों से बनवा दिए गए। उनके स्कूलों में भी उनके नाम इसी प्रकार लिख दिए गए।
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर बच्चों की आइडेंटिटी बदल दी गई। बच्चों की आइडेंटिटी बदला जाना भारत के संविधान का उल्लंघन है। हमने मौके से डीपीओ से बोला कि यहां से पूरे कागज जब्त तक कर लीजिए। पुलिस अधीक्षक फोन पर बात की। डीपीओ को निर्देश दिए हैं कि एफआईआर दर्ज कराएं। बच्चों के परिवार को ढूंढ कर रिस्टोर करें। जो इस तरह की संस्था का संचालन कर रहा है। उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करें।
मध्य प्रदेश में और भी धर्म परिवर्तन के मामले
सरकारी टीचर ने कराया धर्म परिवर्तन
सागर जिले के बीना में एक सरकारी टीचर ने शादीशुदा महिला को अपने प्यार के जाल में फंसाया, फिर उसका धर्म परिवर्तन कराया। अब उसकी नजर महिला की नाबालिग बेटी पर है। वह बेटी का भी धर्म परिवर्तन करवाना चाहता है। पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की है। पढ़ें पूरी खबर…

सात साल से धर्म बदलवाने की कोशिश
भोपाल की एक महिला का कहना है कि कुछ लोग पिछले 7 साल से धर्म बदलने के लिए दबाव बना रहे हैं। धर्म बदलकर शादी के लिए परेशान कर रहे हैं। रोजाना धमकी देते हैं। छेड़छाड़ करते हैं। मारपीट करते हैं। घर से निकलना तक बंद कर दिया है। उसकी हर एक्टिविटी पर नजर रखते हैं। अब तो जीना मुश्किल हो गया है। महिला ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से कार्रवाई की अपील भी की है। पढ़ें पूरी खबर…

गोमांस खिलाकर बदलवाया धर्म
सिंगरौली जिले की एक युवती पुलिस ऑफिसर बनने का सपना लेकर भोपाल आई थी। यहां एक बिजनेसमैन ने उसके सपनों पर पानी फेर दिया। उसने शादी का झांसा देकर युवती को 9 साल तक लिव इन में रखा। फिर अपने वादों से मुकर गया। 27 साल की युवती का आरोप है कि आरोपी बिजनेसमैन ने बिना बताए गोमांस खिलाकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। साथ ही हिंदू नाम बदलकर आयशा रख दिया। पढ़ें पूरी खबर…

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