खेल कूद न करने से बच्चे हो रहे कमजोर: मोबाइल गेम की चपेट में आने से शरीर हो रहा सुस्त, हड्डियों पर पड़ रहा प्रभाव: डॉ. शर्मा

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Shivpuri
- Due To The Grip Of Mobile Games, The Body Is Getting Sluggish, It Is Affecting The Bones: Dr. Sharma
शिवपुरी31 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

खेल कूद और साइकिलिंग बच्चों ने छोड़ दी है, जिससे वह आलसी हो गए। यदि ऐसा ही रहा और मोबाइल गेम खेलने की आदत नहीं छूटी तो फिर उनका शरीर सुस्त हो जाएगा। और उम्र 30 पार करते ही स्थिति ऐसी बनेगी कि उनकी हाथ पैरों में फुर्ती नहीं रहेगी और वह जकड़न के शिकार होंगे। यह बात सेवानिवृत्त अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी शर्मा ने स्वास्थ्य शिविर परीक्षण के दौरान अभिभावकों से बातचीत के दौरान कही। सोमवार दोपहर चतुर्भुज हॉस्पिटल में आयोजित हुए निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के दौरान अस्थि रोग मरीजों का परीक्षण करते हुए डॉक्टर शर्मा ने कहा कि यदि बच्चों को हमने बचपन से फुर्तीला नहीं बनाया तो फिर वह फोनूमेनिया के शिकार होंगे।
अर्थात उन्हें मोबाइल फोन ही अच्छा लगेगा, शेष बातें उन्हें रुचिकर नहीं लगेंगी। इसलिए अभिभावकों को चिंता करनी चाहिए कि वह अपने बच्चों को दौड़ भाग गेम में लगाएं, वरना 30 की उम्र आने तक उनके हाथ पैर खराब होने की स्थिति में आएंगे और घुटनों में भी परेशानी उत्पन्न होगी।
कुर्सी पर बैठकर जॉब करने वालों को पोश्चर ठीक न रखने से आ रही सर्वाइकल समस्या
अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शर्मा ने बताया कि कोई भी काम हम बिना सही पोश्चर लंबे समय तक कुर्सी पर बैठने से विभिन्न तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। सिस्टमैटिक तरीके से न बैठना और सही पोश्चर बैठने के ना चलते इंजीनियरिंग जॉब करने वाले कई युवा आजकल सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस और लंबर स्पॉन्डिलाइटिस के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जब भी टेबल कुर्सी पर बैठे और लैपटॉप या कंप्यूटर से काम करें तो अपना पोश्चर सही रखे, वरना शरीर में हड्डी रोग की बीमारी आते देर नहीं लगेगी।
खानपान शुद्ध नहीं इस वजह से भी मेलिगनेंसी जैसी बीमारियां बड़ी
डॉ. शर्मा ने बताया कि पहले जमाने में नेचुरल खाद होती थी, गोबर की खाद का ही उपयोग अधिकतर होता था। इस वजह से खानपान के चलते बीमारियां नहीं होती थी, लेकिन अब युवावस्था में ही बीमारियां लोगों को घेरने लगी है। इसकी अहम वजह खानपान में बदलाव होना, साथ ही पेस्टीसाइड और केमिकल युक्त रसायनों का प्रयोग खाद्य पदार्थों में बढ़ जाना, इसकी अहम वजह है। जिससे मेलिगनेंसी जैसी बीमारियां भी बढ़ रही है, और आजकल ऑर्गेनिक खेती का भी कल्चर बड़ा है। इसलिए अस्थि रोग से बचना चाहते हैं तो अपनी दिनचर्या नियमित रखिए और खान-पान पर नियंत्रण रखने के साथ-साथ फास्ट फूड से बचे। शरीर को प्रतिदिन चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए कोई ना कोई खेल अपने जीवन में अवश्य खेलें। युवाओं के साथ-साथ बच्चों के लिए भी य़ह बेहद आवश्यक है।
Source link