ट्रैफिक में बन रहे बाधक: 150 मिल्क पार्लर ऐसी जगह जहां परमिशन नहीं मिल सकती

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भोपाल39 मिनट पहले
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शहर में मिल्क पार्लर के नाम पर अतिक्रमण हो रहा है।
शहर में मिल्क पार्लर के नाम पर अतिक्रमण हो रहा है। मेन रोड, चौराहों और भीड़भाड़ भरे इलाकों में मिल्क पार्लर की परमिशन नहीं दी जा सकती, लेकिन कम से कम 150 मिल्क पार्लर ट्रैफिक में बाधा वाली जगहों पर लगे हैं। 2020 में नगर निगम ने पॉलिसी बनाई थी कि जोन स्तर पर मिल्क पार्लर की परमिशन नहीं दी जाएगी।
शहर में कम से कम 675 मिल्क पार्लर हैं। कोलार, बावड़िया कला, मिसरोद भदभदा, अयोध्या नगर और भदभदा क्षेत्र में इन दिनों अचानक नए सांची पार्लरों की संख्या बढ़ गई है। सरकारी दफ्तरों के आसपास, बाजारों में और चहल-पहल व अधिक ट्रैफिक वाले इलाकों में पार्लर की अनुमति नहीं दी जा सकती, लेकिन ज्यादातर पार्लर इन्हीं इलाकों में लगे हैं। नगर निगम के अतिक्रमण अमले ने भी वरिष्ठ अफसरों को इस बारे में बताया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
नगर निगम के सूत्र बताते हैं कि प्रतिबंध के बावजूद कुछ जोनल अधिकारी अपने स्तर पर परमिशन दे रहे हैं। इसमें लोकेशन का नक्शा आसपास के स्थान का बताया गया है। इसकी एक वजह राजनीतिक दबाव भी बताई जाती है। इस वजह से सांची पार्लर की मुख्यालय स्तर पर सूची भी अपडेट नहीं हो रही है। निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी ने कहा कि वे शहर के मिल्क पार्लर और दुग्ध संघ द्वारा मिली सूची का मिलान कराएंगे ताकि अवैध और ट्रैफिक में बाधक मिल्क पार्लर हटाए जा सकें।
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