अहोई अष्टमी पर सौंफ डालकर बनाएं मीठे पुए, देवी को भोग लगाने के लिए है बेस्ट
भारत विविधता वाला देश है जहां पर हर तरह के लोग रहते हैं। भारत के अलग-अलग शहरों की अपनी भाषा, रीति-रिवाज और खान पान है। हालांकि यह एक दूसरे से जुड़ा हुआ है बस नाम का फेर है। इसी के साथ हिंदू धर्म में व्रत का अलग महत्व है, ऐसे में आप अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाएगा। इस व्रत के दौरान महिलाएं भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं और बच्चों के लिए मंगल कामना करती हैं। इस खास मौके पर खास चीजें भी बनाई जाती हैं। आप इस दिन देवी को प्रसन्न करने के लिए मीठे पुए बना सकते हैं। इन पुओं को कुछ जगह पर गुलगुले के नाम से जाना जाता है। दोनों चीजों को बनाने का तरीका बिल्कुल सेम है।
कैसे बनाएं मीठे पुए
– गेहुं का आटा
– सौंफ
– इलायची पाउडर
– नमक
– बेकिंग पाउडर
– पका हुआ केला
– शक्कर या गुड़
– पानी
– घी या तेल
कैसे बनाएं
– इसे बनाने के लिए एक बाउल में कटे हुए केले और चीनी या गुड़ पाउडर लें। फोर्क या वेजिटेबल मैशर से अच्छी तरह मैश कर लें।
– केले को मैश करते समय उसमें शक्कर मिलाएं। मैश किए हुए केले और शक्कर में गेहूं का आटा, सौंफ, इलायची पाउडर और नमक डालें।
– अब जरूरत के मुताबिक पानी डालें और अच्छी तरह मिला लें। ध्यान रखें कि ये न ज्यादा गाढ़ा हो और न ही ज्यादा पतला। इसी के साथ घोल में बेकिंग सोड़ा मिलाएं।
– ये घोल पकोड़े के घोल से थोड़ा गाढ़ा होना चाहिए।
– जब घोल तैयार हो जाए तो एक गहरे पैन या कड़ाही में घी या तेल गरम करें। फिर गरम तेल में चम्मच भर घोल की पकोड़ियां डालें। मीडियम आंच पर गुलगुले को तलें।
– ध्यान रहे कि तेल या घी कम गरम न हो, नहीं तो घोल चिपक सकता है। वहीं ज्यादा गर्म होने पर ये जल सकते हैं।
– तलते समय पुए फूल जाएंगे। जब एक तरफ से हल्का सुनहरा हो जाए तो उसे पलट कर दूसरी तरफ से भी तल लें। इन्हें पलट कर गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई करते रहें। फिर निकाल कर किचन पेपर टॉवल पर रख दें ताकि एक्टसट्रा तेल या घी सोख लिया जाए।
