पुलिस की ये कैसी जनसेवा!: CM से मिलने मुलताई से आई भांजी को पुलिस ने मंच से किया बाहर, 5 साल से लोन के लिए काट रही चक्कर

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छिंदवाड़ा35 मिनट पहले

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में रामाकोना में आयोजित किया गया जन सेवा शिविर में में पुलिस का एक शर्मनाम चेहरा उस वक्त देखने को मिला जब मुलताई से आई एक युवती को पुलिस कर्मियों ने सीएम के मंच के पास से हाथ पकड़कर मंच के बाहर कर दिया। ऐसे में युवती ना तो अपनी पीड़ा सीएम को सुना पाई और ना ही उसकी समस्या का कोई निराकरण हुआ। जिसके चलते युवती मीडिया के सामने रोने लगी और अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए सिस्टम पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

दरअसल सीएम से मिलने पहुंची युवती का नाम मीना चौकीकर है जो मुलताई में रहती है, युवती के माने तो उसने साल 2017 में नर्सिंग कालेज में पढ़ाई के लिए दाखिला ली थी इस दौरान उसने ऋण का आवेदन दिया था। युवती ने बताया कि विधायक सुखदेव पांसे ने उसे भरोसा दिलाया था कि उसे ऋण मिल जाएगा लेकिन उसे ऋण नहीं मिला। बाद में वह बैतुल कलेक्टर के पास गई तो वहां भी उसे निराशा हाथ लगी, युवती की माने तो पिछले पांच सालों से वह इसी तरह ऋण के लिए दर बदर की ठोकरे की खा रही है।
सोचा था सौंसर में मुख्यमंत्री से मिलूंगी लेकिन पुलिस ने नहीं मिलने दिया
युवती ने सीएम के जाने के बाद अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि उसे यह लग रहा था कि जन सेवा शिविर में वह मुख्यमंत्री से मिल सकेगी जिसके लिए वह सुबह अपनी मां के साथ मीलों का सफर तय कर सौंसर पहुंची थी, बकायदा वह मंच के सामने पहुंच गई थी ताकि सीएम उसे बुला ले लेकिन पुलिस ने उसे वहां से हटा दिया और मंच के बाहर कर दिया जिससे उसके अरमानों पर पानी फिर गया।

रहने को मकान नहीं, सरपंच सचिव भी दुत्कारते है

युवती मीना चौकीकर ने बताया कि उसे पिता से काम नहीं बनता है, ऐसे में उसके पास रहने के लिए कोई मकान भी नहीं है। गांव के सरपंच सचिव से जब वह आवास योजना की मांग करती है तो उसे वह दुत्कार कर भगा देते है। ऐसे में अपनी फरियाद लेकर वह छिंदवाड़ा आई जहां भी उसकी एक नहीं सुनी गई और उसे यहां भी पुलिस ने दुत्कार कर भगा दिया।
साहब मुझे रहने को मकान और पढ़ाई के लिए लोन चाहिए
जिस पंडाल में सीएम ने सभी लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए थे, उसी पंडाल में मुलताई से आई एक युवती मकान और लोन दिलाने की समस्या सुनाते हुए रो पड़ी। उसका कहना था कि उसे कुछ नहीं चाहिए सिर्फ रहने के लिए मकान और पढ़ाई के लिए लोन मिल जाए तो उसका कैरियर बन जाएगा।

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