तीनों तालाब में नए सिरे से होगा घाटों का निर्माण: अमृत 2.0 योजना से पाठक, फुटेरा एवं पुरैना तालाब का होगा कायाकल्प

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दमोह24 मिनट पहले
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लंबे समय से देखरेख के अभाव में अस्तित्व खोने की कगार पर पहुंच गए शहर के तीन प्रमुख तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य अमृत 2.0 योजना के तहत होगा। केंद्र सरकार की इस परियोजना में बीते साल ही दमोह शहर का चयन हुआ था। जिसमें सबसे पहले नगर पालिका द्वारा शहर के फुटेरा तालाब, पुरैना तालाब एवं पाठक कॉलोनी स्थित तालाब के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। जिसमें हालही में इन तीनों तालाबों के जीर्णोद्धार की मंजूरी मिल चुकी है। इन तीनों तालाबों के कायाकल्प 3 करोड़ रुपए की लागत से कराया जाएगा।
जिसमें घाटों का निर्माण, साफ-सफाई, चोई की सफाई एवं गहरीकरण के अलावा अन्य कार्य कराए जाएंगे। गौरतलब है कि शहर के तीनों प्रमुख तालाब लंबे समय से देखरेख न होने की वजह से अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं। फुटेरा तालाब में हर साल सैकड़ों की संख्या में मूर्तियों का विसर्जन होने की वजह से तालाब की गहराई कम होती जा रही है। साथ ही इसके घाट भी काफी पुराने हो चुके हैं। तालाब के चारों ओर गंदगी भी है। इधर पुराना तालाब करीब 10 साल से जस का तस पड़ा है। जिससे सड़क का एक हिस्सा तालाब की ओर धंस गया है।
जिससे यहां से निकलने वाले वाहन चालकों को हादसे की आशंका बनी रहती है। इस तालाब में दो नाले का पानी भी मिलता है। जिससे इसका पानी प्रदूषित होता जा रहा है। इधर पाठक कॉलोनी स्थित तालाब में बने घाट टूट चुके हैं। चारों ओर गंदगी फैली हुई है।
दीवानजी की तलैया को नहीं किया शामिल
अमृत 2.0 योजना के तहत फुटेरा, पुरैना एवं पाठक कॉलोनी स्थित तालाब को शामिल किया गया है, लेकिन वर्तमान में सबसे खराब हालत दीवानजी की तलैया की है। पिछले तीन साल से इस तलैया को चोई ने जकड़ लिया है। चारों ओर से अतिक्रमण फैलता जा रहा है। इस तलैया में दो नालों का गंदा पानी मिलने की वजह से इसके पानी में कीड़े पड़ चुके हैं। जिससे दुर्गंध से आसपास लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद भी नगर पालिका द्वारा इस तलैया को अमृत 2.0 योजना में शामिल नहीं किया है।
लोगों का कहना है कि जिस तरह कैदों की तलैया को जमींदोज कर वहां दुकानें बना दी गई थीं, उसी तरह के हालात दीवानजी की तलैया के हो सकते हैं। क्योंकि इस तलैया की ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। जबकि यह तलैया शहर की सबसे प्राचीन है। इधर बेलाताल को भी चोई ने चारों ओर से जकड़ लिया है। तालाब के घाटों पर भी कचरे से पटा पड़ा है। इस संबंध में नगर पालिका उपयंत्री प्रांजल राय का कहना है कि शहर के फुटेरा, पुरैना एवं पाठक कॉलोनी तालाब का चयन अमृत 2.0 में हुआ है। आगे की कार्रवाई चल रही है।
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