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जापान की राजधानी टोक्यो छोड़ ग्रामीण इलाके में बसने पर हर साल मिलेंगे 6 लाख रुपये, जानिये क्या है वजह

 जापान (Japan) अपनी घटती आबादी से इस कदर परेशान हो गया है कि राजधानी टोक्यो (Tokyo) के बाहर लोगों को बसाने के लिए भारी-भरकम रकम देने जा रहा है। इसी वित्त वर्ष से इसकी शुरुआत हो जाएगी। आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों से जापान में जन्म दर में लगातार गिरावट आ रही है, जबकि औसत आयु में लगातार इजाफा होता जा रहा है।

जापान की लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजधानी टोक्यो से बाहर खासकर ग्रामीण इलाकों में लोगों को बसाने के लिए इसी साल से प्रत्येक बच्चे को एक मिलियन येन (1 Million Yen) की धनराशि प्रदान की जाएगी जो करीब 7700 डॉलर या 6,37,864 रुपये के करीब है। जापान अभी भी ग्रामीण इलाकों में लोगों को बसने के लिए 3 लाख येन देता है, लेकिन इस साल इस राशि को करीब 3 गुना से ज्यादा बढ़ा दिया है।

WFH की भी मिलेगी सुविधा
नए नोटिफिकेशन के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में बसने के बाद युवा चाहें तो घर से ही काम (Work From Home) भी कर सकते हैं या अपना कोई बिजनेस स्थापित कर सकते हैं। बिजनेस के लिए अलग से सहायता राशि भी दी जाएगी ।

गांव के गांव से हो गए खाली

जापान (Japan) के ग्रामीण इलाकों में पिछले कुछ वर्षों में जनसंख्या में भारी कमी आई है। कई गांव लगभग खाली हो गए हैं, घरों में ताला लग गया है। वजह, युवा नौकरी और दूसरे मौकों की तलाश में शहर की तरफ पलायन कर रहे हैं।

5 साल मिलते रहेंगे पैसे

जापान सरकार की नई पॉलिसी (Japan Population Policy) के मुताबिक अगर किसी परिवार में दो बच्चे हैं तो उन्हें राजधानी टोक्यो से बाहर बसने के लिए सरकार 3 मिलियन येन की सहायता राशि देगी। यह सहायता राशि 5 साल तक जारी रहेगी। आपको बता दें कि ग्रामीण इलाकों में जनसंख्या में बढ़ोतरी के लिए आर्थिक मदद की यह स्कीम साल 2019 में शुरू हुई थी।

साल 2021 में 1184 परिवारों ने इस स्कीम का लाभ उठाया था, जबकि इससे पहले जब योजना शुरू हुई थी तब महज 71 लोग स्कीम का फायदा लेने के लिए आगे आए थे।

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