कलेक्ट्रेट बिल्डिंग से बच्चों-बुजुर्गों को नीचे उतारा: देखकर हैरान रह गए लोग, अधिकारियों ने बताया- एनडीआरएफ की मॉक ड्रिल का हिस्सा

[ad_1]
टीकमगढ़32 मिनट पहले
शहर के कलेक्ट्रेट पहुंचे लोग गुरुवार को उस समय हैरानी में पड़ गए, जब एनडीआरएफ की टीम को बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से लोगों को नीचे उतारते देखा। सुरक्षा घेरे के बीच एनडीआरएफ के सदस्य छोटे बच्चों और बुजुर्गों को रस्सी के सहारे बिल्डिंग से नीचे उतार रहे थे। कुछ देर तक तो लोगों की समझ में नहीं आया, लेकिन बाद उन्हें बताया गया कि यह मॉक ड्रिल का हिस्सा है।
एनडीआरएफ बनारस से 23 सदस्यों की टीम टीकमगढ़ पहुंची
इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल के अलावा स्कूली बच्चे और कर्मचारी मौजूद रहे। दरअसल, गुरुवार को एनडीआरएफ टीम ने कलेक्ट्रेट में मॉक ड्रिल किया। इसके पहले अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक रखी गई। होमगार्ड के प्लाटून कमांडेंट एवं आपदा प्रभारी अमित दुबे ने बताया कि किसी भी बड़ी आपदा के दौरान एमपी और यूपी टेरिटरी में एनडीआरएफ की बनारस की टीम बचाव के लिए पहुंचती है।
एनडीआरएफ बनारस से 23 सदस्यों की टीम टीकमगढ़ पहुंची। डिस्ट्रिक्ट होमगार्ड कमांडेंट डीपी नामदेव के साथ एनडीआरएफ की टीम ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ बैठक रखी। संयुक्त कलेक्टर संजय जैन के साथ एनडीआरएफ टीम के सदस्यों ने आपदा प्रबंधन को लेकर चर्चा की। इसके बाद मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
रस्सी के सहारे बचाई जान
एनडीआरएफ टीम ने मॉक ड्रिल के दौरान कलेक्ट्रेट की तीसरी मंजिल से लोगों को सुरक्षित नीचे उतारने की रिहर्सल की। यह काम टीम के सदस्यों ने बड़ी ही सावधानी के साथ रस्सी के सहारे किया। इसके अलावा आगजनी या अन्य किसी दुर्घटना के दौरान दीवार तोड़कर बिल्डिंग के अंदर जाने के तौर तरीकों से अवगत कराया। इस मौके पर कलेक्ट्रेट के अधिकारी कर्मचारियों के अलावा स्कूली बच्चे और आम लोग मौजूद रहे।






Source link