7 लाख की रिश्वत लेते सब इंजीनियर गिरफ्तार: ठेकेदार और कांग्रेस नेता से पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने मांगे रुपए, बीजेपी के मंत्री का नाम भी आया सामने

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पन्ना22 मिनट पहले
पन्ना जिले में पीडब्ल्यूडी में पदस्थ्य सब इंजीनियर को लोकायुक्त की टीम ने 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। जिले में लंबे समय से जमे अधिकारी-कर्मचारियों पर रिश्वतखोरी के आरोप लगते रहे हैं, जो बुधवार को सच साबित हुए। पीडब्ल्यूडी में पदस्थ्य सब इंजीनियर मनोज रिछारिया को सड़क निर्माण ठेकेदार भरत मिलन पांडेय से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सागर लोकायुक्त पुलिस ने की है।
रुपए नहीं देने पर नहीं कर रहा था काम
लोकायुक्त से मिली जानकारी के अनुसार, सड़क निर्माण ठेकेदार आवेदक भरत मिलन पांडेय से पीडब्ल्यूडी के सब इंजीनियर मनोज रिछारिया ने सड़क निर्माण के मूल्यांकन करने और बिल भुगतान करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न देने पर सब इंजीनियर ने सड़क का मूल्यांकन नहीं किया। जिससे परेशान होकर ठेकेदार भरत मिलन पांडेय ने सागर लोकायुक्त में जाकर शिकायत की।
फिर सागर लोकायुक्त की टीम ने सब इंजीनियर को ट्रैप की कार्रवाई की। बुधवार की शाम लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) परिसर में आवेदक भरत मिलन पांडेय से 4 और 2 लाख के बैंक चैक और 1 लाख रुपए की नगद (कुल 7 लाख रुपए) की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया हैं।
लंबे समय से मांग रहा था रिश्वत
शिकायतकर्ता ठेकेदार और कांग्रेस नेता भरत मिलन पांडेय ने बताया कि अमानगंज क्षेत्र के महगवां गांव की सड़क निर्माण का कार्य के मूल्यांकन और बिलों के भुगतान के एवज में सब इंजीनियर मनोज रिछारिया ने 7 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। उन्होंने कहा था कि मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने मूल्यांकन रोकने के लिए कहा है। सब इंजीनियर से परेशान होकर लोकायुक्त में शिकायत की। बुधवार को 4 और 2 लाख बैंक चैक के साथ एक लाख रुपए नगद दिए हैं। जिसमें उन्हें लोकायुक्त में पकड़ा है।

भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही
सागर लोकायुक्त के डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि शिकायत के आधार पर ट्रैप की कार्रवाई की। सही पाते हुए 7 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। सब इंजीनियर मनोज रिछारिया के खिलाफ अब भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।


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