सीसी रोड बनाने की मांग: एक किमी का सफर तय करने में लगता है एक घंटा, पैदल चलना मुश्किल

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बैतूल4 घंटे पहले
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ग्रामीण इलाकों में अब भी सड़को की बुनियादी सहूलियत नहीं मिल पा रही हैं। बैतूल के करीबी कनारा से भट्टाझिरी मार्ग इतना जर्जर हो चुका है कि इस पर पैदल चलना भी दूभर है। इसे लेकर मांझी अंतरराष्ट्रीय समाजवाद आदिवासी किसान सैनिक संगठन ने कलेक्टर से सीसी रोड निर्माण की मांग की है।
बारिश खुलने के बावजूद कनारा से भट्टाझिरी मार्ग गड्ढों और दलदल में तब्दील हो गया है। यह है कि 1 किमी का फासला तय करने में घंटों लग जाते हैं। ग्रामीणों ने अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधियों से सड़क निर्माण जल्द कराने की गुहार लगाई, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कारगर निर्णय नहीं लिया गया है। श्रवण परते ने बताया कि से मार्ग पूरी तरह दलदल व गड्ढों में तब्दील हो गया है। जिसके कारण स्कूली बच्चों और किसानों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस ग्राम के इस टोले में नहीं पहुंच पाती, जिससे कभी भी गर्भवती महिलाओं सहित ग्राम के अन्य लोगों की जान पर बन आती है। ऐसे में इन लोगों को एक किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग तक पैदल चलकर आना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कनारा से भट्टाझिरी 1 किलोमीटर के दायरे में बड़ा नाला, छोटे नाले हैं। भट्टाझिरी में 30 मकान और लगभग डेढ़ सौ लोग निवासरत हैं। भट्टा के बच्चों को स्कूल, आंगनवाड़ी के लिए कनारा में जाना पड़ता है। सड़क नहीं होने से वे परेशान हैं

पंचायत कर्मियों पर लापरवाही का आरोप
संगठन ने पंचायत कर्मियों पर भी लापरवाही के आरोप लगाए है। उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में रोड पर इतना दल दल हो जाता है कि हम ग्राम वासियों एवं बच्चों के स्कूल जाने में परेशानी होती है, जिससे हमारे बच्चे पढ़ाई से वंचित रह रहे है व आमनागरिकों व किसानों का आवागमन पूर्ण रूप से बंद हो जाता है। ग्रामवासियों ने पंचायत में शिकायत की मगर इस मुद्दे पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। माझी सैनिकों ने मांग की है कि ग्राम कनारा भट्टाझिरी मार्ग को प्रधानमंत्री सड़क योजना से जोड़ा जाए।
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