Chhattisgarh

जबलपुर के वीर सपूत का लद्दाख में बलिदान, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई, पूरा शहर हुआ शामिल…

जबलपुर के वीर सपूत का लद्दाख में बलिदान होने के बाद में जबलपुर में उन्हें अंतिम विदाई दी गई जिसमें कि पूरा शहर शामिल हुआ अपने इस जांबाज बेटे को विदाई देने के लिए हर कोई उस दिन था सबकी आंखें नम हो गई।

जबलपुर : पैरा मिलिट्री फोर्स में सेवारत संस्कारधानी के वीर सपूत संगीत सूर्यवंशी का लद्दाख की दुर्गम परिस्थतियों में सेवा के दौरान निधन हो गया। बलिदान संगीत सूर्यवंशी भारतीय सेना के जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स- जीआरइएफ में पदस्थ रहे। उनका पार्थिव शरीर लेकर बुधवार की सुबह पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान उनके गृहस्थल वीएफजे मड़ई पहुंचे। जैसे ही बस्ती वालों को संगीत के बलिदान की जानकारी मिली क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। लोग बड़ी संख्या में उनके उनके छदामी लाल सूर्यवंशी का ढाढस बंधाने पहुंचने लगे।

विशेष विमान से जबलपुर पहुंची पार्थिव देह

स्वजनों ने जैसे ही ताबूत में 28 वर्षीय संगीत की पार्थिव देह को देखा वे सुध बुध खो बैठे। संगीत के बलिदान की सूचना उसके स्वजनों को अर्धसैनिक बल के अधिकारियों की ओर से पूर्व में ही दे दी गई थी। लेह से विशेष विमान से संगीत की पार्थिव देह यहां पहुंची। मड़ई पहुंचने पर घर पर ही पुलिस के जवानों की ओर से गार्ड आफ आनर दिया गया। संगीत के स्वजन उसके बिछड़ने के गम से बेहद गमगीन हैं, लेकिन वीर सपूत की शहादत से वे गौरवान्वित भी हैं।

नौ जुलाई को हुई अंतिम बात

संगीत के बड़े भाई राजाराम के मुताबिक रविवार नौ जुलाई की सुबह उससे आखिरी बार फोन पर बात हुई थी। उसी दिन स्वजनों को पता चला कि दोपहर को करीब सवा बजे संगीत सूर्यवंशी लेह से करीब 300 किलोमीटर आगे नौयमा क्षेत्र में बार्डर पर पेट्रोलिंग के दौरान संभवतः आक्सीजन की कमी के कारण बेहोश होकर गिर पड़ा। उसे साथी जवानों ने तत्काल कैंप तक पहुंचाया, लेकिन उसे प्राणों की रक्षा नहीं की जा सकी।

ग्वारीघाट में अंतिम संस्कार

वीएफजे मढ़ई स्थित निवास पर पुलिस बल द्वारा गार्ड आफ आनर दिए जाने के बाद वीर सपूत संगीत की पार्थिव देह ग्वारीघाट मुक्तिधाम लाई गई, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया। मुक्तिधाम में पुलिस फोर्स द्वारा सशस्त्र सलामी, गार्ड आफ आनर दिया गया। फोर्स के अधिकारियों, यूनिट के साथी जवानों के साथ कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी और अन्य पुलिस अधिकारियों ने संगीत की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के साथ पुष्प चक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

पहली ही पोस्टिंग लद्दाख में

छदामी लाल सूर्यवंशी के होनहार बेटे संगीत सूर्यवंशी की कुछ समय पहले ही जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स- जीआरइएफ में नौकरी लगी थी। देश सेवा के लिए संगीत को पहली पोस्टिंग लद्दाख में ही मिली। संगीत के परिजनों के मुताबिक अभी उसका विवाह नहीं हुआ था।

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