विश्व अस्थिसुषिरता दिवस पर कोरबा में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित, 36 मरीज हुए लाभान्वित

कोरबा, 24 अक्टूबर। 20 अक्टूबर विश्व अस्थिसुषिरता दिवस (World Osteoporosis Day) के अवसर पर स्वस्थ भारत समृद्ध भारत अभियान के अंतर्गत चलो आयुर्वेद की ओर मिशन के तहत एक विशेष आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर आयुष मेडिकल एसोसिएशन, लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट, आरोग्य भारती एवं विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त तत्वावधान में पतंजलि चिकित्सालय और श्री शिव औषधालय, महानदी कॉम्प्लेक्स निहारिका कोरबा में आयोजित किया गया।

शिविर में अस्थिगत वात रोगों से पीड़ित 36 मरीजों की जांच एवं उपचार किया गया। इस अवसर पर विटामिन-डी, कैल्शियम एवं रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) की जांच की गई। साथ ही आयुर्वेद, पंचकर्म, एक्युप्रेशर, योग एवं ग्रह चिकित्सा परामर्श और उपचार की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गईं।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध नाड़ीवैद्य एवं आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा ने अपनी चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान कीं। उन्होंने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस का अर्थ है “छिद्रयुक्त हड्डी”, जिसमें हड्डियां कमजोर होकर अस्थि घनत्व खो देती हैं, जिससे मामूली चोट या गिरने पर भी हड्डियां टूट सकती हैं। इसका मुख्य कारण शरीर में कैल्शियम एवं विटामिन-डी की कमी है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि शारीरिक निष्क्रियता (Physical Inactivity) इस रोग का प्रमुख कारण है। लंबे समय तक शरीर को निष्क्रिय रखना, असंतुलित दिनचर्या, जंक फूड का सेवन, शराब एवं धूम्रपान जैसी आदतें ऑस्टियोपोरोसिस को बढ़ावा देती हैं। इससे बचाव के लिए नियमित व्यायाम, नशा त्याग, संतुलित दिनचर्या, धूप में रहकर विटामिन डी की पूर्ति और कैल्शियम युक्त भोजन का सेवन जरूरी है।
शिविर में माइक्रो पैथो लैब द्वारा विटामिन डी एवं कैल्शियम की जांच की गई। रक्त शर्करा जांच निशुल्क की गई और शुगर नियंत्रक आयुर्वेदिक औषधियां भी मरीजों को निःशुल्क प्रदान की गईं। साथ ही अस्थिगत वात रोगियों के लिए उपयोगी स्वास्थ्य पुस्तिका भी वितरित की गई।
शिविर के सफल संचालन में श्री शिव औषधालय की संचालिका श्रीमती प्रतिभा शर्मा, लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट के अध्यक्ष लायन शिव जायसवाल, संरक्षक लायन सुधीर सक्सेना, कोषाध्यक्ष लायन गजेंद्र राठौड़, सदस्य लायन नेत्रनंदन साहू, लायन कमल धारीया, लायन अश्वनी बुनकर, पंचकर्म तकनीशियन राजकुमार पटेल, पिंकी बरेठ, सुरभि कुंभकार, मनीष कौशिक, तोरेंद्र सिंह, महेंद्र साहू, देवबली कुंभकार, कमला कुंभकार, राजेश प्रजापति, राकेश इस्पात, सिद्धराम शाहनी, सिमरन जायसवाल, वीरेंद्र सोनी एवं बबलू सोनी ने विशेष योगदान दिया।
शिविर में उपस्थित विशेषज्ञों एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने लोगों से अपील की कि वे अपनी जीवनशैली में शारीरिक सक्रियता और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर स्वस्थ और सशक्त जीवन की ओर बढ़ें।




