Sengol : नए संसद भवन की शोभा बढ़ाएगा राष्ट्रीय प्रतीक ‘सेंगोल’, इलाहाबाद से दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय लाया गया, जानें…

प्रयागराज. देश के नए संसद भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन 28 मई को किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. विपक्षी दल पीएम मोदी द्वारा इसके उद्घाटन करने के फैसले को लेकर लेकर नाराज हैं और कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान कर चुके हैं. ऐसे में इस नए संसद भवन में रखे जाने वाले ब्रिटिश काल (British Rule) से हस्तांतरित किए गए प्रतीक चिह्न ‘सेंगोल’ (Golden Sengol) को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है. इलाहाबाद संग्रहालय (Allahabad Museum) में रखे सुनहरे ‘सेंगोल’ को नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले राष्ट्रीय राजधानी स्थानांतरित कर दिया गया है.
बताते चलें कि अंग्रेजों से भारत में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक चिह्न ‘सेंगोल’ को नए संसद भवन में विरासत के तौर पर रखा जाएगा. उस समय इलाहाबाद संग्रहालय को 1200 से अधिक सामग्री दान की गई थीं.
समाचार एजेंसी एएनआई को इलाहाबाद संग्रहालय के क्यूरेटर वामन वानखेड़े ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Former PM Jawaharlal Nehru) का पूरा संग्रह इलाहाबाद संग्रहालय में रखा गया है और ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ को पिछले साल राष्ट्रीय संग्रहालय में स्थानांतरित कर दिया गया था.
वामन वानखेड़े ने बताया कि इस संग्रहालय की आधारशिला भी पूर्व पीएम नेहरू ने रखी थी. उन्होंने तत्कालीन क्यूरेटर एससी काला के अधीन इलाहाबाद संग्रहालय को 1200 से अधिक सामग्री दान की थीं. पूर्व पीएम नेहरू चाहते थे कि उनका पूरा संग्रह यहीं रखा जाए. सभी चीजों के साथ-साथ यह सोने की छड़ी (golden stick) भी संग्रहालय में रखी गई थी.
उन्होंने कहा कि यह (सेंगोल) सोने की पॉलिश वाली 162 सेंटीमीटर लंबी छड़ी है. इसे 4 नवंबर, 2022 को राष्ट्रीय संग्रहालय (National Museum) में स्थानांतरित कर दिया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अमृत काल (Amrit Kaal) के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में सेंगोल (Sengol) को अपनाने का निर्णय लिया. संसद का नया भवन उसी घटना का गवाह बनेगा, जिसमें अधीनम (पुजारी) समारोह को दोहराएंगे और पीएम को सेंगोल प्रदान करेंगे.
आजादी के समय 1947 में ब्रिटिश सरकार से भारत को स्थानांतरित किए गए उसी सेंगोल को प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा (Lok Sabha) में स्थापित किया जाएगा, जो मुख्य रूप से अध्यक्ष के आसन के करीब होगा. इसको देशवासियों के अवलोकन के लिए प्रदर्शित किया जाएगा और विशेष अवसरों पर निकाला भी जाएगा.