हम्माल संघ ने मंडी सचिव को सुनाई समस्याएं: अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर 5 सूत्रीय मांगों को लेकर की चर्चा

[ad_1]
सीहोर29 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

शासन के दावों के बाद भी आज भी कृषि उपज मंडियों में काम करने वाले हम्मालों की हालत में कोई खास सुधार नहीं आया है। हम्मालों की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं हो सकी है। कृषि उपज मंडी सीहोर में हम्माल संघ ने अपनी समस्याओं को लेकर मंडी सचिव से मिलकर चर्चा करते हुए ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान हम्मालों ने अपनी समस्याओं से सचिव को अवगत कराया। हम्माल संघ के महासचिव सुरेश सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि कृषि उपज मंडियों में कार्यरत हम्मालों की लंबे समय से उपेक्षा की जा रही है।
हम्माल एवं व्यापारियों में आपसी समन्वय न होने के कारण है कई समस्याएं होती हैं। जिसका नुकसान हम्मालों को होता है। ज्ञापन में मांग है कि 30 टन से अधिक हम्माल लोड नहीं करेगा यदि 30 टन से अधिक लोड करवाता है तो ट्रक की डाला इन्ट्री डबल देनी होगी। हम्माल संघ के 2023 में हम्माली दर माह मार्च में बढ़ोत्तरी होना है, अमावस्या एवं रविवार के दिन मंडी का अवकाश रहता है इन दोनों दिवस मे व्यापारी की दुकान पर कार्य नहीं होना चाहिए और काम होता पाया गया तो उस व्यापारी की दुकान पर कोई भी हम्माल कार्य नहीं करेगा। जिसका जिम्मेदार स्वयं व्यापारी रहेगा।
मंडी प्रांगण मे जो पिकअप आती थी, उनकी इंट्री मिलती थी जो कि बंद कर दी गई है। हम्माल संघ चाहता है कि उसे वर्तमान में पुन लागू किया जाए। कहा कि पूर्व में हम्मालों के हित में शासन द्वारा अनेकों योजनाएं संचालित की जाती थी लेकिन वर्तमान में अनेकों योजनाएं बंद कर दी गई हैं। वर्तमान में जो योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उनका भी हम्मालों को पूर्ण तरीके से लाभ नहीं मिल पा रहा है। मंडी प्रांगण में तौल का कार्य 50 किलो में एवं लोडिंग का कार्य भी 50 किलो में होना चाहिए। संघ का कहना है कि उनकी मांगों पर जल्द से जल्द सुनवाई होना चाहिए।
Source link