भोपाल में ‘सिंदूरी खेला’ में पहुंचे जया-अभिषेक बच्चन: कालीबाड़ी में की मां की पूजा, बंगाली महिलाओं ने जमकर खेला सिंदूर

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भोपाल2 मिनट पहले

भोपाल के टीटी नगर कालीबाड़ी में बंगाली समाज ने दशहरे के अवसर पर सिंदूरी खेला का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल होने जया बच्चन ​​​​​​बेटे अभिषेक के साथ ​मुंबई से यहां पहुंचीं। उन्होंने यहां देवी मां को सिंदूर लगाया और पूजन किया। जया-अभिषेक करीब 5 मिनट यहां रहे और फिर यहां से अपने घर के लिए रवाना हो गए। दशहरे के पर्व पर सभी बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर से होली खेली। देवी जी को सिंदूर लगाते हुए ढोल नगाड़ों के साथ में आयोजन किया गया। सिंदूरी खेला शुरू होते ही आधे घंटे में बारिश से पंडाल भीग गया। बारिश के बीच महिलाओं ने ढोल की थाप पर नृत्य किया।

मुंबई से अभिषेक मां जया बच्चन के साथ भोपाल आए। वे सीधे कालीबाड़ी पहुंचे और मां की पूजा की।

मुंबई से अभिषेक मां जया बच्चन के साथ भोपाल आए। वे सीधे कालीबाड़ी पहुंचे और मां की पूजा की।

अभिनेता अभिषेक बच्चन के साथ सेल्फी लेने के लिए युवा क्रेजी दिखे।

अभिनेता अभिषेक बच्चन के साथ सेल्फी लेने के लिए युवा क्रेजी दिखे।

अभिषेक मां की पूजा करने के बाद यहां से अपनी मौसी के घर रवाना हो गए।

अभिषेक मां की पूजा करने के बाद यहां से अपनी मौसी के घर रवाना हो गए।

सिंदूर खेला की रस्म निभाई

दुर्गा पूजा के आखिरी दिन बंगाली समुदाय द्वारा सिंदूर खेला की रस्म निभाई जाती है। बंगाली पंरपरा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा अपने चार बच्चों के साथ दुर्गा पूजा उत्सव मनाने के लिए धरती पर आती हैं। त्योहार के अंतिम दिन उदासी का माहौल छा जाता है, जब देवी दुर्गा को विदा किया जाता है। ऐसा मानना है कि देवी दुर्गा के आंसू बहे थे, इसलिए उनके गालों को पान के पत्तों से पोंछा जाता है। इसके बाद उनकी मांग में और पारंपरिक चूड़ियों पर सिंदूर अर्पित करते हैं। फिर महिलाएं सुखी जीवन और परिवार की खुशहाली के लिए दुर्गा मां के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेती हैं। इसके बाद सभी महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर मिठाई खिलाती हैं।

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