डेंगू संक्रमण के बीच राहत की खबर: इस साल न तो एक भी केस रिपीट हुआ, न किसी परिवार में दूसरा मरीज मिला

[ad_1]
भोपाल41 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

8 और नए मरीज मिलने के साथ ही अब डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 453 पर पहुंच गई
- पिछले साल चार मरीजों को रिपीट डेंगू हुआ था
राजधानी में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मंगलवार को 8 और नए मरीज मिलने के साथ ही अब डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 453 पर पहुंच गई है। हालांकि, राहत की बात ये है कि इस साल अब तक न तो कोई भी रिपीट डेंगू पॉजिटिव मरीज मिला है और न किसी घर में एक के बाद दूसरा मरीज ही सामने आया है। पिछले साल चार मरीजों को रिपीट डेंगू हुआ था। शहर में इस बार कोलार और इंद्रपुरी को छोड़ दिया जाए तो किसी अन्य इलाके में लगातार नए मरीज भी सामने नहीं आ रहे हैं।
पिछले साल… 4 रिपीट मरीज और 19 परिवारों में एक से ज्यादा मरीज थे
2 प्रमुख वजह…
1 लोगों में जागरूकता बढ़ी है। लोग घरों में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा पनपने नहीं दे रहे हैं। यही नहीं, जब कोई डेंगू की चपेट में आता है तो वह अपने स्तर पर यह सावधानी बरत रहा है कि परिवार में किसी और को डेंगू ना हो। इसके लिए मरीज अलग कमरे में मच्छरदानी लगाकर सोते हैं।
2 मलेरिया कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग के साथ निगम के कर्मचारी डेंगू लार्वा सर्वे, जनजागरूकता के लिए कार्यक्रम और फॉगिंग कर रहे हैं। सर्विलांस पर भी जोर है। जिस घर में मरीज मिलता है, अमला संबंधित के घर साथ ही आसपास घरों में भी लार्वा सर्वे करके न सिर्फ लार्वा नष्ट कराता है, बल्कि फॉगिंग भी की जाती है।
डेंगू से बचाव के लिए लोगों ने व्यक्तिगत जागरूकता पर ध्यान दिया है। हमारा अमला भी सक्रिय है, इसीलिए पिछले साल के मुकाबले इस बार मरीज कम हैं।
-डॉ. प्रभाकर तिवारी, सीएमएचओ
Source link