सागर में चिटफंड कंपनियों ने की 35 लाख की ठगी: 4 साल में दोगुना पैसा करने का लालच देकर डूब प्रभावितों से कंपनियों में जमा कराए रुपए, लेकर भागे

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सागर7 मिनट पहले

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केसली पुलिस थाना। - Dainik Bhaskar

केसली पुलिस थाना।

सागर के केसली थाना क्षेत्र में सोनपुर बांध के 11 से अधिक डूब प्रभावितों से चिटफंड कंपनियों ने 35 लाख 42 हजार रुपए की ठगी की है। चिटफंड कंपनियों ने डूब प्रभावितों को 4 साल में दोगुना और 6 साल में ढाई गुना पैसा करने का लालच देकर रुपए जमा कराए थे। लेकिन समय पूरा होने के बाद अब कंपनियां रुपए लेकर भाग गई हैं। मामले में धोखाधड़ी होने पर फरियादियों ने केसली थाना पहुंचकर शिकायत की। शिकायत पर जांच करते हुए पुलिस ने चिटफंड कंपनियों समेत दलाल के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार फरियादी रूपसिंह पुत्र मुलायम सिंह गौंड उम्र 34 साल निवासी ग्राम नयाखेड़ा समेत अन्य 9 लोगों ने थाने में शिकायती आवेदन दिया था। शिकायत में बताया कि सभी फरियादियों की जमीने सोनपुर बांध के डूब क्षेत्र में आई थी। जिसका मुआवजा शासन से मिला था। मुआवजे की राशि मिलने की सूचना सभी को थी। इसी दौरान एजेंट महेंद्र नामदेव हम लोगों के पास आया। उसने बताया कि बीएन गोल्ड और जी लाइफ नाम की कंपनियां है, जो बहुत अच्छी हैं। इनके रिटर्न्स अच्छे है। यह कंपनियां 4 साल में पैसा दुगना और 6 साल में पैसा ढाई गुना कर देती हैं। कंपनियां पूर्णतः वैद्य हैं। जिसमें पैसा निवेश करने पर किसी प्रकार का कोई जोखिम नहीं है। पैसा जमा करने पर सबको एक सर्टिफिकेट भी मिलेगा। एजेंट महेंद्र नामदेव की बात सुनकर हम लोगों को विश्वास हो गया। विश्वास कर अपने मुआवजों की राशि 15 दिसंबर 2014 को बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड (बीएन गोल्ड कंपनी) में 25 लाख 14 हजार रुपए और जी-लाइफ इंडिया डेवलपर्स एण्ड कालोनाईजर्स लिमिटेड (जी-लाइफ कंपनी) में 10 लाख 28 हजार रुपए निवेश किए थे।

पैसे वापस मांगे तो बोला कंपनियां बंद हो गईं, पैसा डूब गया

जिनकी जमा रशीदें कंपनियों द्वारा दी गई थी। जमा राशि की समयावधि पूर्ण होने पर जब हम लोगों ने कंपनी से अपनी जमा राशि ब्याज के साथ मांगी तो कंपनी के एजेंट महेंद्र ने बताया कि उक्त कंपनियां बंद हो गई है। आपका पैसा डूब चुका है। मामला सामने आने पर कंपनियों के रजिस्टर्ड पता पर जाकर अपनी जमा राशि लौटने की बात कही तो कंपनियों ने हमारी पॉलिसी जमा करा ली और रुपए देने में आनाकानी करने लगे। कंपनियों के संबंध में जानकारी निकाली तो पता चला कि उक्त कंपनियों ने प्रदेश के अन्य शहरों में भी इसी प्रकार की धोखाधड़ी कर लोगों की जमा राशि हड़पी है। धोखाधड़ी होने पर थाने में शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एजेंट महेंद्र नामदेव निवासी बंटी नगर वार्ड नंबर 30 विदिशा, संचालक बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड नेताजी सुभाष प्लेस पीथमपुरा नईदिल्ली और संचालक जी-लाइफ इंडिया डेवलपर्स एण्ड कालोनाईजर्स लिमिटेड प्रथम तल कंचन सागर ओल्ड पलासिया एबी रोड इंदौर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
इन फरियादियों के साथ हुई धोखाधड़ी
चिटफंड कंपनियों ने 11 लोगों के साथ 35.42 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। इसमें ठगी के शिकार हुए जगदीश गौंड ने बीएन गोल्ड में 5,85 लाख व जी-लाइफ में 5 लाख रुपए जमा किए थे। गोपाल प्रसाद गौंड ने बीएन गोल्ड में 3,48,150 रुपए, राजेन्द्र सिंह ने 1.51 लाख, स्वरूपसिंह ने 60 हजार, रूपसिंह ने 80 हजार, मल्थू सिंह ने 59850 रुपए, संतोषरानी ने 80 हजार, मलखान सिंह ने 2 लाख 33 हजार 150 रुपए, कमलसिंह ने बीएन गोल्ड में 80 हजार और जी-लाइफ कंपनी में 4 लाख रुपए, रामजी ने बीएन गोल्ड में 2 लाख 62 हजार 100 रुपए व जी-लाइफ में 1.28 लाख रुपए और नर्वदी पिता विधु सेन ने बीएन गोल्ड में 6150 रुपए जमा किए थे। इस प्रकार फरियादियों ने बीएन गोल्ड कंपनी में कुल 25.14 लाख और जी-लाइफ कंपनी में कुल राशि 10.28 लाख रुपए जमा की थी।

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