नागौद तहसील कार्यालय में हंगामा: बीपीएल सूची में नाम न जुड़ने पर भड़की महिला, पकड़कर थाने ले गई पुलिस

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सतना29 मिनट पहले
सतना के नागौद तहसील कार्यालय में बुधवार की दोपहर पहुंची एक महिला ने जमकर हंगामा किया। माहौल इस कदर बिगड़ा कि तहसीलदार के चेम्बर में तहसीलदार से बहस कर रही महिला के तेवर देखते हुए पुलिस बुलानी पड़ी।
ग्राम इटमा सितपुरा निवासी राजेश्वरी सिंह ने बुधवार दोपहर नागौद तहसीलदार के चेम्बर में हंगामा किया। उसने तहसीलदार से बहस कर गरीबी रेखा में लोगों के चयन में पक्षपात का आरोप लगाते हुए प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए। महिला का कहना है कि वह गरीब है। उसका नाम चयन सूची में नही जुड़ रहा, जबकि तमाम ऐसे लोगों का नाम बीपीएल सूची में है जिनके पास रुपए हैं, घर और खेत हैं। उसे साल भर से भटकाया जा रहा है। अब एक कागज थमा कर कह दिया गया कि उसका नाम नहीं जुड़ सकता। वह अपात्र है।

महिला को अपने साथ लेकर जाती पुलिस।

अपना आवेदन रिजेक्ट होने पर सवाल करती महिला।
तेज आवाज में किए सवाल
तहसीलदार ने निर्धारित नियमों की जानकारी देते हुए उसे समझाने की कोशिश की लेकिन वह कुछ भी सुनने को तैयार नही थी। महिला का हंगामा बढ़ता देख तहसीलदार ने पुलिस बुला ली। नागौद थाना से आई महिला पुलिस अफसर ने भी हंगामा कर रही महिला से शांत और धीमे स्वर में बात करने को कहा, लेकिन न उसकी टोन बदली और न ही स्वर धीमा हुआ। अंततः पुलिस महिला को अपने साथ ले गई।
घरों में काम करती है महिला
तहसील कार्यालय पहुंची महिला राजेश्वरी सिंह ग्राम इटमा सितपुरा की निवासी है। वह घरों में काम कर के अपने परिवार का गुजारा करती है। उसने बीपीएल सूची में अपने पति प्रदीप सिंह, दो बेटियों तथा पुत्र समेत 5 लोगों का नाम जोड़ने के लिए आवेदन दिया था। अफसरों का कहना है कि जांच के दौरान महिला को अपात्र पाया गया। इस पर आवेदन निरस्त कर दिया गया।


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