Chhattisgarh

Raipur News : बिना अनुमति देने जा रहे थे सीएम को ज्ञापन, धरना व रैली करने वाले छह लोग गिरफ्तार

रायपुर । बूढ़ातालाब स्थित धरनास्थल पर रविवार को हंगामा मच गया। यहां पर आजाद जनता पार्टी के बैनर तले अलग-अलग प्रदर्शनकारी सम्मेलन के लिए जमा हुए थे। यहां से वे इनडोर स्टेडियम में आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक में आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर ज्ञापन सौंपना चाहते थे। वे रैली की श्ाक्ल में इनडोर स्टेडियम की ओर जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। मौके पर ही एक महिला समेत पांच नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई।

दरअसल अनियमित कर्मचारी, सफाई कर्मी, एसआइ परीक्षा अभ्यर्थियों का पिछले कई दिनों से यहां प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में रविवार को एक मंच पर सभी संगठनों को लाने की तैयारी थी। आजाद जनता पार्टी के बैनर तले इन सभी का सम्मेलन बुलाया गया था। बूढ़ातालाब धरनास्थल पर इनकी मांगों पर बात होनी थी। उधर दोपहर के समय जब प्रदर्शनकारियों को इस बारे में जानकारी लगी कि सीएम भूपेश बघेल का कार्यक्रम भी इनडोर स्टेडियम में चल रहा है, तब उन्होंने फैसला लिया कि वे वहां जाकर उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे।

इसके बाद सभी लोग रैली निकालकर इनडोर स्टेडियम की ओर जाने लगे। इसकी जानकारी होते ही वहां तैनात पुलिस बल ने सभी को रोक लिया। इस पर प्रदर्शनकारी नाराज हो गए। उनकी मांग थी कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने दिया जाए, पर बात नहीं बनी।

महिला सफाई कर्मी व स्वच्छता दीदी भी शामिल रहीं

धरनास्थल पर मौजूद एडिशनल एसपी पश्चिम देवचरण पटेल, सीएसपी पुरानी बस्ती राजेश चौधरी, सीएसपी सिविल लाइन वीरेंद्र चतुर्वेदी समेत पुरानी बस्ती, गोलबाजार, टिकरापारा थाना प्रभारी और बल ने महिला सफाई कर्मियों, स्वच्छता दीदियों को हटा दिया। इसे लेकर मौके पर जमकर नारेबाजी की गई । पुलिस ने यहां प्रदर्शन में शामिल आजाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उज्ज्वल दीवान, भारत मिशन एवं शहरी आवासीय कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष सौरभ मिश्रा, प्रदेश संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष रवि गढ़पाले, संजीव मिश्रा और टुमलाल साहू को गिरफ्तार कर लिया।

पांचों के खिलाफ धारा 147,149,186,332,353,151 के तहत अपराध कायम किया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बिना प्रशासन की अनुमति के ये धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इनके पास रैली करने की कोई अनुमति नहीं थी। कुछ देर बाद अचानक महिला सफाई कर्मियों के बीच पहुंच कर नारेबाजी कर रही रसोइया संघ की नीलू ओगरे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नीलू के खिलाफ पहले से एक जमानती केस दर्ज था। उसे भी धारा 151 के तहत जेल भेज दिया गया।

महिला सफाई कर्मियों को भड़काकर यहां लगा गया था। बिना अनुमति प्रदर्शन व रैली निकालने पर छह लोगों की गिरफ्तारी की गई है। धरनास्थल पर एक भी पुलिस परिवार के सदस्य प्रदर्शन में शामिल नहीं थे।

-देवचरण पटेल, एएसपी पश्चिम

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