वनांचल में शिक्षकों की कमी, शिक्षक की मांग लेकर पहुंचते हैं वनांचल के रहवासी
धमतरी, 16 सितंबर। धमतरी जिले के वनांचल क्षेत्र में शिक्षकों की कमी के कारण स्कूली छात्र- छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। आए दिन कलेक्ट्रेट में वनांचल के स्कूलों में अध्ययन कर रहे बच्चों के पालक शिक्षक की मांग को लेकर पहुंचते रहते हैं। लोगों ने जल्द से जल्द यहां शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की है ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।धमतरी जिले के चारों ब्लाक में शिक्षकों की पदस्थापना का आंकड़ा व्यवस्थित नहीं है। यही कारण है कि वनांचल के स्कूलों में जिस अनुपात में शिक्षकों की संख्या होनी चाहिए वह नहीं है। ऐसे में बच्चों की दर्ज संख्या के अनुपात में सीमित संख्या में शिक्षक पदस्थ हैं। शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी में ब्लाक में प्राथमिक स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 11634 है जिसके लिए स्वीकृत शिक्षक की संख्या 546 व कार्य 629 है। इसी तरह कुरूद ब्लाक में छात्रों की दर्ज 12509 की तुलना में यहां स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 529 व कार्यरत 628 हैं। मगरलोड ब्लाक में छात्रों की दर्ज संख्या 7937 है। यहां स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 391 व कार्यरत 431 शिक्षक हैं। इसी तरह नगरी ब्लाक के प्राथमिक स्कूलों में दर्ज संख्या 12243 है।
स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 743 व कार्यरत 693 शिक्षक हैं। इसी तरह माध्यमिक स्कूलों में छात्रों की दर संख्या 9076 है। स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 548 व कार्यरत 516 शिक्षक हैं। कुरुद ब्लाक में छात्रों की दर्ज संख्या 9159 है। स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 486 व कार्यरत 448 है। मगरलोड में छात्रों की संख्या 5262 स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 314 है तथा कार्यरत शिक्षकों की संख्या 260। इसी तरह नगरी ब्लाक के माध्यमिक स्कूलों में छात्रों की दर्ज संख्या 7927 है। यहां स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 508 है तथा यहां कार्यरत 352 शिक्षक हैं। इस तरह जिले के माध्यमिक स्कूलों में दर्ज छात्रों की कुल संख्या 31424 में से स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 1856 व कार्य 1576 शिक्षक हैं।
बच्चों के पालक बसंत कुमार निषाद, गोकुल राम साहू, धीरेंद्र ध्रुव, पंचू मरकाम ने कहा कि स्कूलों में दर्ज संख्या दर्शन के अनुपात में शिक्षकों की कमी होने के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अधिकांश शिक्षक शहरी क्षेत्र के आसपास के गांव में अपनी पदस्थापना करा लेते हैं, इसका खामियाजा वनांचल के स्कूलों में पढ़ रहे हैं बच्चों को भुगतना पड़ता है। यदि यहां पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की पदस्थापना हो जाती है तो बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। मालूम हो कि धमतरी शहर से लगे हुए आस-पास के गांव में शिक्षा विभाग के अनुपात में शिक्षकों की संख्या अधिक है। अधिकांश शिक्षक धमतरी शहर व शहर से लगे हुए गांव में ही पदस्थ हैं। यदि सूक्ष्मता से इसकी जांच की जाए तो कई अतिरिक्त शिक्षक स्कूलों में संलग्न हैं। वहीं कई शिक्षक तो जनप्रतिनिधियों के कार्यालयों में पदस्थ हैं जो कि अपने मूल कार्य छोड़ कर लिपिकीय कार्य कर रहे हैं।
जिला शिक्षा विभाग के सहायक संचालक व वरिष्ठ लिपिक आर देवांगन ने बताया कि सेटअप के अनुसार बच्चों की दर्ज संख्या एके देवांगन ने बताया कि वनांचल के स्कूलों में दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षकों की संख्या को व्यवस्थित किया जा रहा है। आने वाले दिनों में यहां पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की पदस्थापना होगी जिससे बच्चों की पढ़ाई व्यवस्थित होगी।