MP के मंडला में चाट-फुल्की बेचना अपराध: फुल्की खाने से 115 लोगों में फूड प्वाइजनिंग, कलेक्टर ने लगाया प्रतिबंध

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मंडला8 मिनट पहले
MP के मंडला जिले में फुल्की और चाट बेचने पर सजा हो सकती है। फिलहाल इसे बेचने पर कलेक्टर ने रोक लगा दी है। संभवत: ऐसा प्रदेश में पहली बार हुआ है जब फुल्की बनाने और बेचने ही नहीं इसकी सामग्री बेचने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया हो। प्रशासन को ये सख्ती तब करनी पड़ी जब दो दिन में 115 लोग फुल्की खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग से बीमार हो गए। हालांकि एक गंभीर मरीज को छोड़कर अब सभी की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
पढ़िए क्या है पूरा वाकया जिसके बाद ये सख्त कदम उठाया गया
मंडला जिला मुख्यालय से लेकर चिरईडोंगरी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में गोलगप्पे(फुल्की) ने कोहराम मचा दिया। यहां शनिवार शाम से जिला अस्पताल में फूड प्वाइजनिंग के मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो रविवार दोपहर तक चलता रहा। रविवार दोपहर तक बीमारों का आंकड़ा सौ के पार चला गया। प्रशासन हरकत में आया और लोगों से पूछताछ के आधार पर कार्रवाई शरू की।
फूड पॉइजनिंग से 115 बीमार,1 गंभीर
दरअसल मंडला जिला मुख्यालय के राधाकृष्णन वार्ड एवं सरदार पटेल वार्ड और नारायणगंज ब्लॉक के चिरईडोंगरी क्षेत्र के मंगलगंज, कोंड्रा, सहजनी, लालपुर, भावल सहित अन्य गांवों में फेरी लगाकर फुल्की बेचने वाले दो भाइयों से फुल्की खाने के बाद 57 बच्चे एवं 2 गर्भवती महिलाओं सहित करीब 115 लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। जो जिला अस्पताल एवं नारायणगंज स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करा रहे है। इसमें 1 बच्चा गंभीर अवस्था में है जिसे जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है।
मौसमी व्यवसाय करते हैं आरोपी
घटना के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई और फुल्की खाने से बीमार हुए लोगों के बताए अनुसार फुल्की बनाने वालों की सर्चिंग की गई। जिसमें पाया गया कि एक पेट्रोल पंप के पीछे किसान हीरालाल की जमीन पर लगभग 15-20 वर्षों से 6-7 परिवार रहते हैं जो मूलरूप से जालौन उत्तरप्रदेश के निवासी हैं। ये पूरे जिले में घूमकर फुल्की, आईस्क्रीम आदि का मौसमी व्यवसाय करते हैं। इनके संबंध में मकान-मालिक ने कोई सूचना थाने में नहीं दी। पूछताछ में मकान मालिक के पास इनके कोई पहचान पत्र भी नहीं मिले।
स्वास्थ्य में हो रहा सुधार
वहीं बताया गया है कि उपचार के उपरांत अब सभी मरीजों के स्वास्थ्य में अब सुधार हो रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से 3 मरीजों को डिस्चार्ज भी कर दिया गया है।

कलेक्टर हर्षिका सिंह ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों के हालचाल जाने।
साइट्रिक-एसिड बेचने वाली दुकान सील
मंडला नगर में फुल्की बेचने वाला युवक यूनुस मंसूरी पिता जाकिर उम्र 20 वर्ष एवं चिरईडोंगरी में फुल्की बेचने वाले युवक की पहचान युसूफ पिता जाकिर हुसैन उम्र 19 वर्ष दोनों निवासी जिला जालौन UP के तौर पर हुई है। इन्हें थाने लाकर पूछताछ करने पर युसूफ ने बताया कि फुल्की में खटाई के लिए साइट्रिक-एसिड डाला गया है, लोग संभवतः उसी से बीमार हुए हैं। साइट्रिक-एसिड में एक्सपायरी तारीख का उल्लेख नहीं होने के कारण बेचने वाली दुकान को सील कर दिया गया है।

फुल्की की सामग्री बेचने वाली दुकानों पर प्रशासन ने की पूछताछ।

फुल्की की सामग्री बेचने वाली दुकान सील।

साइट्रिक एसिड के पैकेट पर एक्सपायरी डेट नहीं मिली।
जिले में चाट फुल्की प्रतिबंधित
प्रशासन द्वारा मामले की जांच कार्यवाही पूर्ण होने तक जिले में चाट फुल्की को प्रतिबंधित किये जाने के आदेश जारी किए गए हैं। साथ ही राजस्व, फूड एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए मकान मालिक व फुल्की वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही हैं। समस्त फुल्की बनाने वालों की सैम्पलिंग करवाई गई। विभाग द्वारा कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।

कलेक्टर ने जारी किए प्रतिबंधात्मक आदेश।
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