Modi cabinet decisions : मोदी कैबिनेट के बड़े फैसले, दीवाली-छठ पर चलेंगी 12 हजार स्पेशल ट्रेनें, 4 नए रूट का ऐलान

नईदिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट की बैठक में आज कई बड़े फैसले लिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस बार दीवाली और छठ पर 12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इसके साथ ही चार नए रेल रूट की भी घोषणा की गई है।केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कैबिनेट से आज रेलवे के 4 प्रोजेक्ट को स्वीकृत मिली है। भुसावल से वर्धा के 3 तीसरे और चौथे लेन को मंजूरी मिली है। गोंदिया—डोंगरगढ़ चौथी लाइन को मंजूरी मिली है।
दिल्ली केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “रेलवे की 4 बड़ी परियोजनाओं को आज मंजूरी दी गई है… हमारे पास 7 कॉरिडोर हैं जो 41% रेलवे यातायात को वहन करते हैं… ये 7 कॉरिडोर 41% माल और 41% यात्रियों को ले जाते हैं। कई आगामी परियोजनाएं हैं जो इन कॉरिडोर को मजबूत करेंगी… वर्धा – भुसावल एक 2-लाइन खंड है, आज तीसरी और चौथी लाइनें शुरू की गई हैं… यह कॉरिडोर देश के 6 राज्यों को जोड़ता है… यह 314 किलोमीटर लंबी परियोजना है जिसमें अनुमानित 9,197 करोड़ रुपये का निवेश है… इस परियोजना में 4 महत्वपूर्ण पुल, 72 बड़े पुल और 537 छोटे पुल बनाए जाएंगे…”
दिल्ली के केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “दूसरी परियोजना गोंदिया-डोंगरगढ़ है, जिसमें पहले से ही 3 लाइनें हैं, आज चौथी लाइन को मंजूरी दी गई है… यह छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र को जोड़ेगी… यह 84 किलोमीटर लंबी परियोजना है जिसमें 2,223 करोड़ रुपये का अनुमानित निवेश होगा… इस परियोजना में विभिन्न पुल और सुरंगें बनाई जाएंगी। इस परियोजना से हर साल लगभग 23 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड की बचत होगी…”
24634 करोड़ रुपये की लागत वाले 4 बड़े रेलवे प्रोजेक्ट को हरी झंडी
मोदी कैबिनेट ने मंगलवार को 24,634 करोड़ रुपये की चार प्रमुख रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दे दी। ये प्रोजेक्ट महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ के 18 जिलों को कवर करेंगे। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद रेलवे नेटवर्क में करीब 894 किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि इससे देश के तीन राज्यों के 18 जिलों को कवर किया जा सकेगा। यह पर्यटन क्षेत्र के लिए भी फायदेमंद प्रोजेक्ट है।
ये 4 परियोजनाएं हैं शामिल
वर्धा – भुसावल : तीसरी और चौथी लाइन – 314 किलोमीटर (महाराष्ट्र)
गोंदिया – डोंगरगढ़ : चौथी लाइन – 84 किलोमीटर (महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़)
वडोदरा-रतलाम: तीसरी और चौथी लाइन – 259 किलोमीटर (गुजरात, मध्य प्रदेश)
इटारसी – भोपाल – बीना: चौथी लाइन – 237 किलोमीटर (मध्य प्रदेश)
18 जिलों को कवर करने वाली परियोजनाएं
ये प्रोजेक्ट महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ के 18 जिलों को कवर करने वाले हैं। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद भारतीय रेलवे नेटवर्क में करीब 894 किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी। इन परियोजनाओं से लगभग 3,633 गांवों को सीधा फायदा मिलेगा, जिनकी कुल आबादी लगभग 85.84 लाख है। इनमें से दो आकांक्षी जिले- विदिशा (मध्य प्रदेश) और राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) भी शामिल हैं। इन जिलों में बेहतर कनेक्टिविटी से लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा और स्थानीय उद्योगों को भी मजबूती मिलेगी।